लाल और पीले रंग से लेकर तिरंगे तक, भारत के राष्ट्रीय ध्वज का है लंबा इतिहास
क्या है खबर?
राष्ट्रीय ध्वज को देखकर ही गर्व और अपनेपन की भावना पैदा होती है।
हालांकि, क्या आप जानते हैं कि पहले हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा नहीं, बल्कि हरे, पीले और लाल रंग का था?
आज जिस राष्ट्रीय ध्वज की शान के लिए हमारे वीर जवानों ने अपना जीवन न्योछावर कर दिया और कई इसके लिए निरंतर संघर्ष कर रहे हैं, उसे बनाने में काफी योजना बनाई गई थी।
आइए इस स्वतंत्रता दिवस पर जानते हैं कि राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा कब बना।
पहला ध्वज
सबसे पहले साल 1857 में बनाया गया था हमारा ध्वज
हमारे पहले ध्वज को साल 1857 में अंग्रेजों ने अपनाया था।
उसका रंग गहरा नीला था और इसके बाएं कोने में यूनियन जैक बना था, जबकि दाईं तरफ पीली पंखुड़ियों के साथ नीले घेरे में एक भारतीय स्टार बना था।
हालांकि, इस पश्चिमी डिजाइन को अस्वीकार करते हुए 1904-1906 के बीच स्वामी विवेकानन्द की शिष्या निवेदिता ने एक अन्य ध्वज डिजाइन किया, जिसमें लाल और पीले रंगे के साथ वज्र (भगवान इंद्र का हथियार) की छवि बनी हुई थी।
हरा, पीला और लाल झंडा
1906 में फरहाया गया था राष्ट्रीय ध्वज
देश का पहला ध्वज 7 अगस्त, 1906 में कोलकाता के पारसी बागान स्क्वायर (ग्रीन पार्क) में फरहाया गया था।
ऐसा माना जाता है कि इसे स्वतंत्रता कार्यकर्ता सचिन्द्र प्रसाद बोस और हेमचंद्र कानूनगो द्वारा डिजाइन किया था।
इसमें हरे, पीले और लाल रंग की पट्टियां शामिल थीं, जिनके बीच में वंदे मातरम लिखा हुआ था। इसके अतिरिक्त ध्वज की लाल पट्टी पर सूर्य और अर्धचंद्र की छवि थी, जबकि हरी पट्टी पर कमल के फूल की 8 छवियां थीं।
डिजाइन
कई बार डिजाइन किए गए ध्वज
साल 1907 में भी एक ध्वज डिजाइन किया था, लेकिन वो भारतीय राष्ट्रवादियों के बीच उत्साह पैदा करने में विफल रहा।
इसके बाद साल 1917 में डॉ. एनी बेसेंट और लोकमान्य तिलक ने होम रूल आंदोलन के हिस्से के रूप में एक नया झंडा अपनाया, जिसमें 5 लाल रंग की और 5 हरे रंग की पट्टियां थी।
इसके बाद 1921 में भी एक नया ध्वज बनाया गया था। इसी तरह कई ध्वज बनाए गए और उनके इर्द-गिर्द खूब विवाद हुए।
तिरंगा
साल 1931 में अपनाया गया था तिरंगा
स्वतंत्रता सेनानी पिंगली वेंकैया ने साल 1921 में तिरंगे का एक डिजाइन बनाया था और महात्मा गांधी को दिखाया। इसमें सफेद, हरी और लाल पट्टियां थीं, वहीं बीच में एक चक्र था।
साल 1931 में इस झंडे में बदलाव हुए और इसमें केसरिया, सफेद और हरे रंग के साथ बीच में अशोक चक्र बनाया गया।
इसके बाद भारतीय तिरंगे को आधिकारिक तौर पर 22 जुलाई, 1947 को अपनाया गया था।
यहां जानिए स्वतंत्रता दिवस से जुड़े दिलचस्प और महत्वपूर्ण तथ्य।