आगरा की यात्रा पर जा रहे हैं? वहां देखना न भूलें ये 5 सुंदर पर्यटन स्थल
उत्तर प्रदेश का आगरा एक ऐतिहासिक शहर है, जो ताजमहल के लिए मशहूर है। यह शहर यमुना नदी के किनारे बसा हुआ है। यहां की वास्तुकला और इतिहास पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। आगरा में मुगल काल की कई इमारतें और स्मारक हैं, जो इसकी समृद्ध विरासत को दर्शाते हैं। यहां का खाना भी बहुत स्वादिष्ट होता है। अगर आप इतिहास और संस्कृति में रुचि रखते हैं, तो आगरा आकर यहां के ये मुख्य आकर्षण देखना न भूले।
ताजमहल
ताजमहल दुनिया के 7 अजूबों में से एक है, जिसे शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज की याद में बनवाया था। सफेद संगमरमर से बना यह मकबरा अपनी खूबसूरत नक्काशी और बाग-बगीचों के लिए जाना जाता है। सुबह-शाम के समय यहां का दृश्य बेहद सुंदर दिखाई देता है, जब सूरज की किरणें संगमरमर पर पड़ती हैं। ताजमहल देखने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर-मार्च तक है, जब मौसम सुहावना रहता है। आगरा की यात्रा के दौरान इसे जरूर देखना चाहिए।
आगरा किला
आगरा किला भी मुगल काल की एक महत्वपूर्ण धरोहर है, जिसे अकबर ने बनवाया था। यह लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ किला यमुना नदी के किनारे स्थित है। इस किले में दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास, शीश महल जैसी कई महत्वपूर्ण इमारतें हैं, जो मुगल वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण पेश करती हैं। यहां से ताजमहल का दृश्य भी देखा जा सकता है, जो इसे और भी खास और आकर्षक बनाता है। यह किला इतिहास प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है।
फतेहपुर सीकरी
फतेहपुर सीकरी अकबर द्वारा बसाई गई थी और यह कुछ समय तक उनकी राजधानी रही थी। यह शहर अपने भव्य महलों, मस्जिदों और दरबार हॉल्स के लिए जाना जाता है। बुलंद दरवाजा, जामा मस्जिद, पंच महल जैसी इमारतें यहां देखने लायक हैं। फतेहपुर सीकरी आगरा से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित है और इसे देखने के लिए पूरा दिन चाहिए। यहां की वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते हैं।
मेहताब बाग
मेहताब बाग यमुना नदी के पार स्थित एक सुंदर बगीचा है, जहां से ताजमहल का अनोखा दृश्य देखा जा सकता है। इस बगीचे को शाहजहां ने बनवाया था, ताकि वह चांदनी रात में ताजमहल देख सकें। यहां आकर आप शांत वातावरण में बैठ सकते हैं और प्रकृति की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। यह जगह फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए भी बहुत खास है, खासकर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय।
सिकंदरा
सिकंदरा आगरा शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित अकबर की समाधि स्थल है, जिसे उन्होंने खुद डिजाइन किया था।उनकी मृत्यु के बाद उनके बेटे जहांगीर ने इसे पूरा करवाया था। यह मकबरा 4 मंजिल ऊंचा लाल बलुआ पत्थर व संगमरमर मिश्रित संरचना वाला भवन है, जिसमें नक्काशीदार खिड़कियां, दरवाजे और छतरियां शामिल हैं। यह मकबरा अत्यंत आकर्षक दिखता है और इतिहास प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है।