भारत के इन 5 मंदिरों में बेहद धूमधाम से मनाई जाती है होली, जरूर जाएं
होली हर साल फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को मनाई जाती है, जो इस बार 25 मार्च को है। पूरे भारत में अलग-अलग तरीकों से मनाई जाने वाले होली सिर्फ रंगों का त्योहार नहीं है, बल्कि खुशी और प्रेम का उत्सव भी है। कई जगहें इस त्योहार को शानदार तरीके से मनाने के लिए मशहूर हैं, वहीं कुछ मंदिर के लिए प्रसिद्ध हैं। आइए होली के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बताते हैं।
बांके बिहारी मंदिर (उत्तर प्रदेश)
उत्तर प्रदेश के वृंदावन में स्थित बांके बिहारी मंदिर अपने होली उत्सव के लिए काफी मशहूर है। यहां पर काफी लंबे समय से फूलों से होली खेलने की परंपरा चली आ रही है। इस अवसर पर यहां होली के गीत गाए जाते हैं और बांके बिहारी और मंदिर में आने वाले भक्तों पर फूल डाले जाते हैं। इस शानदार होली का लुत्फ उठाने के लिए दुनियाभर के लोग मंदिर में आते हैं।
ISKCON मंदिर (पश्चिम बंगाल)
पश्चिम बंगाल के मायापुर में स्थित इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) के मंदिर में भी होली का त्योहार बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। त्योहार वाले दिन यहां पर भक्त भगवान कृष्ण के भजन गाने और नृत्य करने के लिए इकट्ठा होते हैं। इस परंपरा के बारे में कहा जाता है कि भगवान कृष्ण ने वृंदावन में अपनी चंचल हरकतों से इस कार्यक्रम को लोकप्रिय बनाया था।
श्री द्वारकाधीश मंदिर (उत्तर प्रदेश)
भगवान कृष्ण का जन्मस्थान मथुरा भी होली उत्सव के लिए प्रसिद्ध है। मथुरा में द्वारकाधीश मंदिर में एक जीवंत और हर्षोल्लासपूर्ण उत्सव के दौरान भक्त एक-दूसरे को रंग लगाते हैं। इसके साथ ही होली के पारंपरिक अनुष्ठानों में भी भाग लेते हैं। होली के दौरान आप द्वारकाधीश मंदिर में सुबह के मंत्रों, विश्राम घाट से होली गेट तक की रंगारंग यात्रा और नृत्य उत्सव आदि का आनंद ले सकते हैं।
राधा रानी मंदिर (उत्तर प्रदेश)
उत्तर प्रदेश के ही बरसाना में स्थित राधा रानी मंदिर में लठमार और लड्डू होली खेलने की परंपरा है। लट्ठमार होली आमतौर पर मुख्य त्योहार से एक हफ्ते पहले होती है और यह सबसे मजेदार जश्न में से एक है। लट्ठमार होली के अलावा आप मंदिर में खेली जाने वाली लड्डू होली में भी भाग ले सकते हैं। इसमें लड्डू मंदिर और उसके आसपास स्थित भक्तों के बीच वितरित किए जाते हैं और वे इससे होली खेलते हैं।
उडुपी श्री कृष्ण मठ (कर्नाटक)
कर्नाटक के उडुपी में श्री कृष्ण मठ में होली को काफी आध्यात्मिक रूप से मनाया जाता है। यहां एक तरफ तो भजन-कीर्तन का माहौल होता है, वहीं दूसरी ओर भक्त सामान्य दिनों की तरह भगवान कृष्ण से प्रार्थना करने के लिए आते हैं। यहां रंगों से होली खेलने का रिवाज नहीं है, बल्कि त्योहार वाले दिन भगवान कृष्ण के चरणों में कुछ फूल अर्पित करने की परंपरा है।