आने वाला है धनतेरस का त्योहार, जानिए इस पर्व के बारे में कुछ रोचक कथाएं
देशभर में 29 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा, जो धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा करने का दिन है। धनतेरस को सोना और चांदी जैसी नई धातु की वस्तुएं खरीदने के लिए शुभ दिन माना जाता है। इस दिन सभी लोग धन, वैभव और समृद्धि की प्राप्ति के लिए नए कपड़े, गहने, बर्तन और झाड़ू आदि खरीदते हैं। आइए इस त्योहार के बारे में कुछ ऐसे रोचक तथ्य जानते हैं, जिनके बारे में आपने नहीं सुना होगा।
अमृत मंथन से जुड़ा है धनतेरस का इतिहास
हिंदू लोक कथाओं के अनुसार, जब देवताओं और असुरों ने अमृत हासिल करने के लिए समुद्र मंथन किया था, तब देवताओं के चिकित्सक और विष्णु भगवान के अवतार धन्वंतरि अमृत का एक घड़ा लेकर प्रकट हुए थे। मान्यताओं के मुताबिक, इस उपलक्ष्य में धन्वंतरि देव के नाम पर ही धनतेरस पर्व का नाम रखा गया था। ऐसा कहा जाता है कि इसी दिन सभी देवताओं ने अमृत पान किया था।
मां लक्ष्मी को भगवान विष्णु ने दिया था दंड
धनतेरस पर मां लक्ष्मी की एक कहानी प्रचलित है। जब देवी लक्ष्मी भगवान विष्णु के साथ पृथ्वी पर आईं, तो उन्होंने सांसारिक प्रलोभनों का शिकार न होने की शर्तों का उल्लंघन किया। वह एक किसान के खेत में जाकर गन्ने के रस का आनंद लेने लगीं। इसके बदले विष्णु जी ने उन्हें किसान के खेत में 12 साल मजदूर की तरह काम करने का दंड दिया था। 12 साल बाद मां लक्ष्मी ने किसान को अपना असली रूप दिखाया था।
धनतेरस मनाने के पीछे प्रचलित है एक और कथा
कहानियों के अनुसार, राजा हिमा के 16 वर्षीय पुत्र को एक श्राप मिला था कि उनके विवाह के चौथे दिन सांप के काटने से उनकी मृत्यु हो जाएगी। यह बात जानकर उनकी पत्नी ने उन्हें सोने से मना किया था। उन्होंने अपने आभूषण अपने पति के बिस्तर के पास रख दिए और दीपक जलाकर भजन गाना शुरू कर दिया। इससे प्रसन्न हो कर मृत्यु के देवता यमदेव सांप के रूप में प्रकट हुए और उनके पति को जीवित छोड़ दिया।
इस कारण से धनतेरस पर खरीदा जाता है सोना-चांदी
धनतेरस के दिन सभी लोग सोने और चांदी के आभूषण व बर्तन आदि खरीदते हैं। हालांकि, क्या आपने कभी सोचा है कि इस त्योहार पर ये चीजें क्यों खरीदी जाती हैं? पौराणिक कथाओं के अनुसार, धनतेरस के दिन सोना या चांदी खरीदने से धन के देवता कुबेर जी प्रसन्न होते हैं और इन वस्तुओं का मोल 13 गुना तक बढ़ जाता है। आपको धनतेरस के त्योहार पर ये 6 शुभ चीजें खरीदनी चाहिए।
धनतेरस पर यम देव को दान किए जाते हैं दीपक
धनतेरस को यमदीपदान भी कहा जाता है, जिस दौरान यमराज को दीप दान किए जाते हैं। मान्यताओं के अनुसार, ऐसा अकाल मृत्यु से बचने के लिए किया जाता है। इस पर्व पर घरों के प्रवेश द्वार पर दक्षिण की ओर कुछ सिक्कों के साथ दीपक जलाए जाते हैं। इन सभी दीपकों को सारी रात जलाए रखना होता है, साथ ही नकरकमकता और मृत्यु को दूर करने के लिए पूजा भी की जाती है।