दशहरे के दिन इन 5 बुरी आदतों को बदलने का लें संकल्प, खुशहाल होगा आपका जीवन
क्या है खबर?
12 अक्टूबर को देशभर में दशहरा मनाया जाएगा, जिस दिन भगवान श्री राम ने अधर्मी रावण का वध किया था। दशहरे के दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया जाता है।
इस त्योहार के दिन अपने अंदर की बुराई को खत्म करना भी बेहद जरूरी होता है। इस बार रावण दहन के दौरान अपने अंदर छिपी इन बुरी भावनाओं और बुरी आदतों को भी जला दें।
इन्हें त्यागने से आपका जीवन खुशहाल बन जाएगा।
#1
डरे हुए रहना
हम सभी को जीवन में कभी न कभी डर लगता ही है। हालांकि, हर वक्त डरे हुए रहना या खुद पर भरोसा न करना एक बुरी आदत होती है।
इस भावना के कारण संदेह बढ़ सकता है और आप निराश-हताश रह सकते हैं। डर की भावना को खत्म करने एक लिए योग करें या ध्यान लगाएं।
साथ ही आपको जिन चीजों से भय आता हो, उनसे भागने के बजाय उनका सामना करें।
#2
गुस्सा करना
कई लोगों को छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आ जाता है और वे लोगों को खरी-खोटी सुना देते हैं।
गुस्सा एक ऐसी भावना है, जिसके कारण लोग अपना आपा खो देते हैं और अन्य लोगों का दिल दुखा देते हैं।
गीता में कहा गया है कि गुस्सा करने से आप माया जाल में फंस सकते हैं और आपकी बुद्धिमत्ता कम हो सकती है।
ऐसे में इस दशहरे पर गुस्सा करने की आदत को बदलें, जिसके परिणामस्वरूप आपका मन शांत रहेगा।
#3
घमंड करना
दशहरा अधर्म के संहार का प्रतीक है, जिस दिन रावण जैसे विद्वान का घमंड चकना-चूर हो गया था।
इस पर्व पर आपको भी अपने मन में छिपे अहंकार और घमंड को खत्म कर देना चाहिए।
घमंडी लोग खुद को सबसे बेहतर समझने लगते हैं और उनके अंदर अहंकार व जलन की भावना भी बढ़ने लगती है।
इस बुरी आदत को दूर करने के लिए औरों के प्रति हमदर्दी बढ़ाएं और भक्ति में लीन होने की कोशिश करें।
#4
शराब का सेवन करना
शराब एक नशीला पेय पदार्थ है, जो कई लोगों की आदत बन चुका है। इसके सेवन से नकारात्मक विचार बढ़ते हैं, गुस्सा आता है और इंसान की सोचने-समझने की क्षमता कम हो जाती है।
आपको इस साल दशहरे पर शराब पीने की बुरी आदत को हमेशा के लिए त्याग देना चाहिए। इसके लिए सबसे पहले अपने मन को एहसास दिलाएं कि यह पेय बेहद नुकसानदायक होता है।
इसकी जगह आप जूस, कॉफी अदि का सेवन कर सकते हैं।
#5
लालच करना
आपने 'लालच बुरी बला है' वाली प्रसिद्ध कहावत तो जरूर सुनी होगी। यह कहावत असल मायने में सच है, क्योंकि लालच इंसान की जिंदगी को बर्बाद कर सकता है।
जो लोग लालची होते हैं, वे कभी संतुष्ट नहीं रहते और वे हमेशा जलन की भावना से प्रभावित रहते हैं।
लालच करने की आदत को बदलने के लिए अपनी चीजों के प्रति आभार महसूस करें और उदारता की भावना को बढ़ाएं।