स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण के समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं? यहां जानिए
क्या है खबर?
इस साल भारत 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाने वाला है, जो ब्रिटिश राज से आजादी का प्रतीक है।
इस दिन लोग अपने घर, कार्यालय, स्कूल आदि में ध्वजारोहण करते हैं और तिरंगे को सलाम करते हैं।
ध्वज के रंगों का गहरा ऐतिहासिक अर्थ है और यह भारत के प्रतीक के रूप में महत्व रखता है। इसमें मौजूद नारंगी रंग साहस, सफेद शांति और हरा समृद्धि को दर्शाता है।
जानिए इस त्योहार पर ध्वजारोहण करते समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
नया कोड
हर व्यक्ति को है ध्वजारोहण करने का अधिकार
नए कोड की धारा 2 के मुतबिक, कोई भी व्यक्ति, निजी संगठन या शैक्षणिक संस्थान का सदस्य राष्ट्रीय ध्वज को फहरा सकता है या प्रदर्शित कर सकता है।
राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान की भावना जगाने के लिए स्कूलों, कॉलेजों, खेल शिविरों, स्काउट शिविरों आदि जैसे शैक्षणिक संस्थानों में तिरंगा फहराया जाना चाहिए।
स्कूलों में तिरंगा फहराने या ध्वजारोहण के दौरान एक निष्ठा की शपथ को भी शामिल किया गया है।
रंग
ध्वजारोहण के समय ऊपर होना चाहिए केसरिया रंग
राष्ट्रीय ध्वज के महत्व को समझते हुए उसे पूरे सम्मान और गरिमा की भावना के साथ फहराना चाहिए। झंडा फहराते समय केसरिया पट्टी सबसे ऊपर होनी चाहिए और हरी पट्टी नीचे होनी चाहिए।
कई लोग इसे अनजाने में उल्टा फहरा देते हैं, जो इस राष्ट्रिय प्रतीक का अपमान हो सकता है। जब ध्वज का उपयोग न हो रहा हो तो उसे तिरंगे के समान त्रिभुजाकार में मोड़कर सम्मानपूर्वक रखें।
आप स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए ये तरीके अपना सकते हैं।
ध्वजारोहण
ध्वजारोहण के समय तिरंगे को देनी चाहिए सलामी
ध्वजारोहण के समय आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए की तिरंगे को तेजी से ऊपर उठाना चाहिए और धीरे-धीरे नीचे उतारना चाहिए।
झंडे को ऊपर उठाते और नीचे उतारते समय उसे सलामी देनी चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज को हमेशा प्रमुख स्थान पर फहराया जाना चाहिए।
ध्यान रहे कि यह किसी भी अन्य झंडों के समूह में सबसे ऊंचे स्थान पर होना चाहिए। इसके अलावा, ध्वज का आकार और उसे बनाने के लिए इस्तेमाल हुई सामग्री उचित गुणवत्ता की होनी चाहिए।
जानकारी
ध्वजारोहण करते समय पहनें सम्मानजनक पोशाक
राष्ट्रिय ध्वज फहराने वाले व्यक्तियों को स्वच्छ और सम्मानजनक पोशाक पहननी चाहिए। इस बात का खास ध्यान रखें की तिरंगा कभी भी जमीन या पानी को न छुएं। आप यहां ध्वजारोहण और झंडा फहराने के बीच का अंतर भी जान सकते हैं।।
गलतियां
ध्वजारोहण के दौरान भूल कर भी न करें ये गलतियां
तिरंगे का इस्तेमाल सांप्रदायिक लाभ, कपड़ों या सजावट के लिए नहीं किया जा सकता। इसे भूल कर भी रूमाल या किसी डिस्पोजेबल वस्तु की तरह इस्तेमाल न करें।
चाहे कोई भी मौसम क्यों न हो, तिरंगा सूर्योदय से सूर्यास्त तक फहराया जाना चाहिए।
आपको झंडे पर पैर रखकर, उसे जानबूझकर फर्श पर छुआकर या पानी में भिगाकर उसका अपमान नहीं करना चाहिए।
साथ ही फूल, माला या प्रतीक सहित कोई भी वस्तु तिरंगे के ऊपर नहीं रखी जा सकती।