कर्नाटक में मिला जीका वायरस का मामला, हाई अलर्ट पर प्रशासन
कर्नाटक के चिक्काबल्लापुर में मच्छरों में जीका वायरस मिलने के बाद अब एक मरीज में इसके संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसे देखते हुए जिले में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। चिक्काबल्लापुर जिला स्वास्थ्य अधिकारी (DHO) एसएस महेश ने बताया कि राज्य भर में एकत्र किए गए कुल 100 नमूनों में से 6 चिक्काबल्लापुर से थे। इन नमूनों में से 5 की रिपोर्ट नकारात्मक आई थी, जबकि एक व्यक्ति में वायरस की पुष्टि हुई है।
30 गर्भवती महिलाओं के नमूने टेस्ट के लिए भेजे गए
महेश ने बताया कि 30 गर्भवती महिलाओं और बुखार के लक्षणों वाले 7 लोगों के खून के नमूने लेकर उनको टेस्ट के लिए भेजा गया है। उनकी रिपोर्ट का इंतजार है। बता दें कि केरल में जीका वायरस के कुछ मामले सामने आने के बाद अगस्त में कर्नाटक के 68 अलग-अलग स्थानों पर मच्छरों के नमूने लिए गए थे, जिनमें वायरस की पहचान की गई है। इससे कर्नाटक में इसके संभावित प्रसार को लेकर चिंता बढ़ गई है।
कैसे फैलता है जीका वायरस?
जीका वायरस एडीज मच्छरों के काटने से फैलता है, जो डेंगू और चिकनगुनिया भी फैलाते हैं। यह ठंड में अधिक होते हैं। जीका वायरस सबसे पहले युगांडा में 1947 में पाया गया था। इसके मच्छर दिन में काटते हैं। एशिया में इस संक्रमण का प्रभाव ज्यादा है। संक्रमण की मृत्यु दर कम है और 5 में से एक में ही लक्षण दिखते हैं। हल्का बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते, जोड़ों का दर्द, आंख लाल और सिरदर्द होना इसके लक्षण हैं।