NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    जम्मू-कश्मीर
    क्राइम समाचार
    कोरोना वायरस
    कोरोना वायरस वैक्सीन
    लखीमपुर रेप-हत्याकांड
    हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH)
    भू-धंसाव
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / देश की खबरें / किसान आंदोलन: क्या है टूलकिट मामला जिसमें पुलिस ने बेंगलुरू की छात्रा को बताया मुख्य साजिशकर्ता?
    देश

    किसान आंदोलन: क्या है टूलकिट मामला जिसमें पुलिस ने बेंगलुरू की छात्रा को बताया मुख्य साजिशकर्ता?

    किसान आंदोलन: क्या है टूलकिट मामला जिसमें पुलिस ने बेंगलुरू की छात्रा को बताया मुख्य साजिशकर्ता?
    लेखन मुकुल तोमर
    Feb 14, 2021, 11:01 pm 1 मिनट में पढ़ें
    किसान आंदोलन: क्या है टूलकिट मामला जिसमें पुलिस ने बेंगलुरू की छात्रा को बताया मुख्य साजिशकर्ता?

    किसान आंदोलन से संबंधित टूलकिट मामले में गिरफ्तार की गई बेंगलुरू की पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि को दिल्ली पुलिस ने मामले की एक मुख्य साजिशकर्ता बताया है। पुलिस ने कहा है कि 22 वर्षीय छात्रा मामले में एक खालिस्तानी संगठन के साथ मिलकर काम कर रही थी और उसी ने स्वीडन की जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के साथ इसे शेयर किया था। ये पूरा मामला क्या है और दिशा पर क्या आरोप हैं, आइए आपको विस्तारपूर्वक बताते हैं।

    ग्रेटा थनबर्ग ने 3 फरवरी को साझा की थी टूलकिट

    दुनियाभर में प्रसिद्ध जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने 3 फरवरी को भारत में हो रहे किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट करने के बाद इससे संबंधित एक टूलकिट भी साझा की थी। इसमें लोगों को किसान आंदोलन के कारणों के बारे में बताया गया था और उन्हें भारी संख्या में किसान आंदोलन में शामिल होने और इससे जुड़े फोटो-वीडियो शेयर करने को कहा गया था। इसके अलावा इसमें भारतीय दूतावासों के बाहर प्रदर्शन का अनुरोध भी किया गया था।

    दिल्ली पुलिस ने 4 फरवरी को दर्ज की FIR

    दिल्ली पुलिस ने इस टूलकिट को "भारत को बदनाम" करने की साजिश बताते हुए 4 फरवरी को टूलकिट बनाने वाले लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। पुलिस ने कहा था कि टूलकिट में 26 जनवरी के आसपास डिजिटल स्ट्राइक की बात कही गई थी और इससे ऐसा लगता है कि गणतंत्र दिवस को जो हुआ वह सब कुछ पहले से निर्धारित था। पुलिस ने इसे भारत के खिलाफ आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और क्षेत्रीय युद्ध छेड़ने की साजिश बताया था।

    पुलिस ने खालिस्तानी सगंठन को बताया था मुख्य साजिशकर्ता

    दिल्ली पुलिस ने अपनी शुरूआत जांच के बाद टूलकिट बनाने में खालिस्तानी तत्वों का हाथ होने की बात भी कही थी और कनाडा के 'पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन' नामक खालिस्तानी संगठन पर इस टूलकिट को बनाने का आरोप लगाया था।

    दिशा पर पुलिस ने क्या आरोप लगाए हैं?

    शनिवार शाम मामले में पहली गिरफ्तारी करते हुए दिल्ली पुलिस ने बेंगलुरू से दिशा रवि को गिरफ्तार किया और आज उसे पटियाला कोर्ट के सामने पेश किया गया। कोर्ट ने उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। कोर्ट की सुनवाई के बाद बयान जारी करते हुए पुलिस ने कहा, "दिशा रवि टूलकिट गूगल डॉक्यूमेंट की एक एडिटर है और डॉक्यूमेंट को बनाने और इसे फैलाने में एक मुख्य साजिशकर्ता है।"

    पुलिस का आरोप- दिशा ने की टूलकिट का मसौदा तैयार करने में मदद

    पुलिस ने आगे कहा, "उसने (दिशा) व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया और टूलकिट बनाने में सहयोग किया। उसने डॉक्यूमेंट का मसौदा तैयार करने के लिए उनके साथ करीबी से काम किया। इस प्रक्रिया में भारतीय राष्ट्र के खिलाफ असंतोष फैलाने के लिए उन सभी ने खालिस्तानी समर्थक पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन के साथ गठबंधन किया। उसी ने ग्रेटा थनबर्ग के साथ टूलकिट डॉक्यूमेंट शेयर किया था। बाद में इसकी आपत्तिजनक जानकारियां सार्वजनिक होने के बाद उसने ग्रेटा से इसे डिलीट करने को कहा।"

    दिशा ने अपने बचाव में क्या कहा?

    सुनवाई के दौरान अपने पक्ष में दिशा ने कहा, "मैंने टूलकिट नहीं बनाई। हम किसानों का समर्थन करना चाहते थे। मैंने 3 फरवरी को बस दो लाइन एडिट कीं।" वहीं पुलिस ने कहा कि उसने दो लाइन से कई गुना अधिक एडिटिंग की है।

    कौन हैं दिशा रवि?

    दिशा रवि बेंगलुरू के प्रसिद्ध गर्ल्स कॉलेज माउंट की छात्रा हैं और 'फ्राइडेज फॉर फ्यूचर इंडिया' की संस्थापकों में से एक हैं। फ्राइडेज फॉर फ्यूचर स्कूली छात्रों का एक चर्चित अभियान है जिसमें वह शुक्रवार को स्कूल छोड़कर जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन करते हैं और राजनेताओं से इसे रोकने के लिए कदम उठाने की मांग करते हैं। 2018 में ग्रेटा थनबर्ग के स्वीडन की संसद के सामने प्रदर्शन करने के बाद ये अभियान सुर्खियों में आया था।

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    ताज़ा खबरें
    किसान आंदोलन
    ग्रेटा थनबर्ग

    ताज़ा खबरें

    विमेंस प्रीमियर लीग: ग्रेस हैरिस ने लगाया टूर्नामेंट में अपना दूसरा अर्धशतक ग्रेस हैरिस
    फेककॉल्स नामक मालवेयर खाली कर सकता है आपका बैंक अकाउंट, ऐसे रखें खुद को सुरक्षित साइबर अपराध
    बांग्लादेश बनाम आयरलैंड: नजमुल हसन शांतो ने बनाया वनडे में अपना सर्वोच्च स्कोर बांग्लादेश क्रिकेट टीम
    विमेंस प्रीमियर लीग: ताहलिया मैकग्राथ ने लगाया यूपी के खिलाफ अर्धशतक ताहलिया मैकग्राथ

    किसान आंदोलन

    संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली में 20 मार्च को बुलाई महापंचायत, सरकार को घेरने की तैयारी राकेश टिकैत
    पंजाब के किसान संगठनों का दिल्ली में जमावड़ा शुरू, 20 मार्च को होगी किसान महापंचायत पंजाब
    महाराष्ट्र: सरकार ने नहीं दिया जमीन पर कब्जा, किसान का खुद को जमीन में दबाकर विरोध महाराष्ट्र
    दिल्ली के रामलीला मैदान में जुटे 50,000 किसान, सरकार को दी आंदोलन की चेतावनी किसान

    ग्रेटा थनबर्ग

    टूलकिट मामला: दिशा रवि बोलीं- TRP की चाह में मीडिया ने दोषी घोषित किया दिल्ली पुलिस
    टूलकिट मामला: दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद दो और कार्यकर्ताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी दिल्ली पुलिस
    किसान आंदोलन: थनबर्ग द्वारा साझा की गई टूलकिट मामले में बेंगलुरू की 21 वर्षीय कार्यकर्ता गिरफ्तार जलवायु परिवर्तन
    खालिस्तान समर्थक संगठन पर लग रहे किसान आंदोलन पर टूलकिट बनाने के आरोप, जानें पूरा मामला खालिस्तान

    देश की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    India Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023