पुलवामा हमले की बरसी पर आतंकियों की बड़ी साजिश नाकाम, जम्मू से सात किलो विस्फोटक बरामद
पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर हुए हमले की दूसरी बरसी पर जम्मू बस स्टैंड के पास सात किलो विस्फोटक मिला है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बस स्टैंड के पास स्थित केसी चौक पर सात किलोग्राम इंप्रूवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) मिला है। विस्फोटक मिलने के बाद जांच में जुटी पुलिस ने बस स्टैंड इलाके से अल-बदर संगठन से जुड़े एक आतंकवादी को गिरफ्तार भी किया है। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
आज ही के दिन हुआ था हमला
दो साल पहले आज ही के दिन पुलवामा जिले के लेथपोरा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में 40 जवान शहीद और कई जवान घायल हुए थे। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने विस्फोटकों से भरी कार CRPF के काफिले की बस से टकरा दी थी। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था और दोनों देश युद्ध की तरफ बढ़ चले थे।
बड़ा हादसा टला
समय रहते विस्फोटक मिलने से बड़ा हादसा टल गया है। आमतौर पर बस स्टैंड पर भारी भीड़ रहती है। ऐसे में अगर दुर्घटना होती तो उसका बहुत बड़ा नुकसान हो सकता था। अधिकारियों ने बताया कि खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने विस्फोटक बरामद किया है। गिरफ्तार आतंकी के बारे में बताया जा रहा है कि वह पुलवामा का रहने वाला है। उसे विस्फोटक रखने के लिए कई जगहें बताई गई थी।
हाल ही में गिरफ्तार हुए थे दो बड़े आतंकी
गौरतलब है कि हाल ही में जम्मू और सांबा जिले से दो बड़े आतंकियों को गिरफ्तार किया था। बीते काफी समय से वांछित चल रहा द रजिस्टेंट फ्रंट (TRF) का आतंकी जहूर अहम राथर को शनिवार को सांबा जिले से गिरफ्तार किया था। उस पर पिछले साल तीन भाजपा कार्यकर्ता और एक पुलिसकर्मी की हत्या का आरोप है। उससे पहले 6 फरवरी को खुद को लश्कर-ए-मुस्तफा से का कमांडर बताने वाला हिदायतुल्ला मलिक जम्मू जिले से गिरफ्तार किया गया था।
जम्मू में शांति भंग करने के प्रयासों में पाकिस्तान
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान अब कश्मीर के साथ-साथ जम्मू में भी शांति भंग करने के प्रयासों में लगा हुआ। गिरफ्तार हुए आतंकियों से कई ठिकानों का पता चला है। इन ठिकानों से जम्मू में आंतक फैलाने के प्रयास होते हैं।
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
पुलवामा हमले की बरसी को देखते हुए जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया है। पुलिस ने अति महत्वपूर्ण और सुरक्षा प्राप्त लोगों से आज के दिन यात्रा न करने और किसी दौरे की योजना न बनाने को कहा था। आज सुबह जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने दावा किया था कि पुलिस ने उनके परिवार के साथ उन्हें नजरबंद कर दिया है। महबूबा मुफ्ती भी ऐसी ही बात कह चुकी थी।