
पश्चिम बंगाल हिंसा: राज्यपाल मुर्शिदाबाद दौरे पर रवाना, महिला और मानवाधिकार आयोग की टीम भी पहुंची
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस आज हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद और मालदा का दौरे पर हैं। यहां वे 2 दिन रहेंगे और हिंसा प्रभावित इलाकों और शरणार्थी शिविरों का दौरा करेंगे।
उन्होंने कहा था कि किसी भी कीमत पर शांति स्थापित होनी चाहिए।
वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक दिन पहले राज्यपाल से दौरा स्थगित करने का अनुरोध किया। उन्होंने राज्यपाल से कहा था कि वे कुछ दिन तक और हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा न करें।
बयान
राज्यपाल बोले- जो भी हुआ, वो चौंकाने वाला
राज्यपाल ने NDTV से कहा, "मैं मुर्शिदाबाद जाना चाहता हूं। वहां जो कुछ हुआ, वह चौंकाने वाला है। ऐसी घटनाएं कभी नहीं होनी चाहिए थीं। मैं मैदान पर जाकर वास्तविकता जानना चाहता हूं। शांति बहाल होनी चाहिए और यह किसी भी कीमत पर होगी। अगर शांति बहाल होती है तो मुझे सबसे ज्यादा खुशी होगी। मैं उसी के अनुसार अपनी रिपोर्ट दाखिल करूंगा। यह सुबह से पहले का सबसे अंधकारमय समय है।"
महिला आयोग
महिला आयोग और मानवाधिकार आयोग की टीम भी करेगी दौरा
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) की एक टीम भी मालदा स्टेशन पहुंची है। टीम मालदा और मुर्शिदाबाद का दौरा करेगी और हिंसा के पीड़ितों से मिलेगी। इसके बाद एक रिपोर्ट तैयार कर केंद्र सरकार को सौंपा जाएगा।
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की टीम भी मालदा और मुर्शिदाबाद में अशांत इलाकों का दौरा करने के लिए मालदा जा रही है। दौर के बाद टीम गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपेगी। टीम में NCE की अध्यक्ष विजया रहाटकर भी हैं।
ममता का बयान
ममता ने की लोगों से शांति बनाए रखने की अपील
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करती हूं। दंगे हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, सिख या जैन नहीं कराते हैं। दंगे कुछ अपराधी कराते हैं। आजकल पैसे से बहुत कुछ हो सकता है। ऐसी स्थिति में आपको कुछ अच्छे लोग मिलेंगे और कुछ नेता ऐसे भी होंगे जो अच्छे बनकर मुसीबत खड़ी करेंगे। मैं अनुरोध करती हूं कि इस समय कोई भी मुर्शिदाबाद ना जाए, सिवाय वहां के रहने वालों के।"
तबादले
सुती और समसेरगंज के पुलिस प्रभारी बदले गए
हिंसा के बाद मुर्शिदाबाद के सुती और समसेरगंज पुलिस थानों के प्रभारियों को बदल दिया गया। ये दोनों इलाके हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे। दोनों पुलिस स्टेशनों का नेतृत्व अब अनुभवी और उच्च पदस्थ अधिकारी करेंगे।
वहीं, कलकत्ता हाई कोर्ट ने हिंसाग्रस्त इलाकों में केंद्रीय बलों की तैनाती जारी रखने का आदेश दिया है। कोर्ट ने नेताओं और लोगों को चेतावनी दी कि कोई भी भड़काऊ बयानबाजी न करे।
गिरफ्तारी
अब तक 300 से ज्यादा लोग गिरफ्तार
वक्फ कानून के विरोध में मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना, हुगली और मालदा जिलों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान कई वाहनों को जला दिया गया था और दुकानों-घरों में तोड़फोड़ की गई थी।
हिंसा में 3 लोगों की मौत हुई थी और 15 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
पुलिस ने अब तक 300 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। हिंसाग्रस्त इलाकों में अर्धसैनिक बलों के 1,600 जवान तैनात हैं।