
पश्चिम बंगाल: मुर्शिदाबाद के बाद वक्फ कानून को लेकर दक्षिण 24 परगना में भी भड़की हिंसा
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून को लेकर हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। मुर्शिदाबाद के बाद सोमवार को दक्षिण 24 परगना जिले में हिंसा भड़क उठी।
दोपहर में वक्फ कानून को लेकर प्रदर्शन कर रहे इंडियन सेकुलर फ्रंट (ISF) के कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई।
इसके बाद उग्र कार्यकर्ताओं ने न केवल पुलिस पर पथराव किया, बल्कि वाहनों में तोड़फोड़ कर उन्हें आग के हवाले कर दिया। वर्तमान में मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।
कारण
दक्षिण 24 परगना जिले में क्यों भड़की हिंसा?
पुलिस के अनुसार, ISF समर्थक कथित तौर पर कोलकाता के रामलीला मैदान में वक्फ कानून विरोधी रैली के लिए जा रहे थे, जबकि पुलिस ने इस रैली की अनुमति नहीं दी थी। ऐसे में जिले से जाने वाले कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोक दिया।
पुलिस ने बताया कि कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स तोड़ने का प्रयास किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इससे तनाव बढ़ गया। इस दौरान हुए पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें वीडियो
VIDEO | West Bengal: Tension in South 24 Parganas' Bhangar as Indian Secular Front (ISF) workers clashed with city police. They also set a van ablaze. More details awaited.
— Press Trust of India (@PTI_News) April 14, 2025
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/bnF8OnGu37) pic.twitter.com/fk17Jufpl3
सवाल
ISF ने वक्फ कानून को लेकर सरकार के रुख पर सवाल उठाए
ISF विधायक नौशाद सिद्दीकी ने नए वक्फ कानून को मुस्लिमों और संविधान पर हमला करार दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस दावे पर भी सवाल उठाया कि उनकी सरकार नए वक्फ कानूनों को लागू नहीं करेगी।
उन्होंने पूछा, यदि ऐसा है तो पुलिस के हस्तक्षेप से उनका विरोध प्रदर्शन क्यों रोका जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान घटना के संबंध में 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य की पहचान की जा रही है।
हिंसा
राज्य में कैसे शुरू हुई थी हिंसा?
वक्फ कानून के विरोध में सबसे पहले मुर्शिदाबाद में 8 अप्रैल को हिंसा भड़की थी। उस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकारी बसों और वाहनों में आग लगा दी और पुलिस पर पथराव किया था।
निमटीटा रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन पर पथराव किया था। हिंसा में 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे और 3 मौत होने की भी खबर थी।
पुलिस ने अब तक 200 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है और 3 जिलों में इंटरनेट सेवा बाधित है।