अमेरिकी राजदूत ने कहा, कनाडा के कारण खराब हो सकते हैं भारत के साथ संबंध- रिपोर्ट
भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने अपनी टीम से कहा था कि कनाडा के साथ भारत के तनाव का असर भारत और अमेरिका के रिश्तों पर पड़ सकता है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गार्सेटी ने आशंका जताई थी कि कनाडा और भारत के राजनयिक विवाद के कारण भारत और अमेरिका के संबंध कुछ समय के लिए खराब हो सकते हैं। अमेरिकी दूतावास ने आधिकारिक बयान जारी कर इस खबर को खारिज किया है।
अमेरिकी राजदूत ने क्या कहा?
पोलिटिको की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, गार्सेटी ने अपनी टीम से ये भी कहा था कि अमेरिका को अनिश्चित समय के लिए भारतीय अधिकारियों के साथ अपने संपर्क कम करने पड़ सकते हैं। अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने मामले पर सीधी टिप्पणी न करते हुए नाम न छापने की शर्त पर कहा, "राजदूत गार्सेटी भारतीय लोगों और भारत सरकार के साथ हमारी मजबूत साझेदारी के समर्थक हैं।"
अमेरिकी दूतावास ने मामले पर क्या कहा?
अमेरिकी दूतावास ने गार्सेटी के बयान से संबंधित इस खबर को खारिज किया है। उसने कहा, "राजदूत गार्सेटी अमेरिका और भारत के लोगों और सरकारों के बीच साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रयासरत हैं। उनकी व्यक्तिगत व्यस्तता और सार्वजनिक कार्यक्रम दर्शाते हैं कि राजदूत गार्सेटी और अमेरिकी मिशन भारत के साथ अपनी महत्वपूर्ण, रणनीतिक और परिणामी साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए हर दिन जुटे हुए हैं।"
भारत और कनाडा के बीच क्यों है तनाव?
पिछले महीने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की जून में हुई हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया था और भारत के एक राजनयिक को निष्कासित भी कर दिया था। कनाडा की इस हरकत के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है। भारत ने आरोपों को निराधार बताते हुए एक कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया था। भारत ने कनाडा में अपनी वीजा सेवाएं भी बंद कर दी हैं।
मामले पर अमेरिका का आधिकारिक रुख क्या है?
भारत पर निज्जर की हत्या के आरोपों को अमेरिका ने 'गंभीर' बताया है और भारत से मामले की जांच में सहयोग की अपील की है। व्हाइट हाउस ने कहा था, "हम अपने कनाडाई साझेदारों के साथ नियमित संपर्क में रहते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि कनाडा की जांच आगे बढ़े और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।" ये भी खबर है कि हत्या में भारत की संलिप्तता पर अमेरिका ने ही कनाडा को खुफिया जानकारी दी थी।