NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद बोले- जजों की नियुक्ति में पोस्टमैन नहीं बनेगी सरकार, रखेगी अपनी बात
    अगली खबर
    कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद बोले- जजों की नियुक्ति में पोस्टमैन नहीं बनेगी सरकार, रखेगी अपनी बात

    कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद बोले- जजों की नियुक्ति में पोस्टमैन नहीं बनेगी सरकार, रखेगी अपनी बात

    लेखन मुकुल तोमर
    Dec 04, 2019
    04:45 pm

    क्या है खबर?

    जजों की नियुक्त पर सरकार का रुख साफ करते हुए केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को संसद में कहा कि सरकार जजों की नियुक्त पर पोस्टमैन बनकर नहीं रहेगी और अपनी बात रखेगी।

    बता दें कि केंद्र सरकार पर अक्सर जजों की नियुक्ति में देरी करने और इसके जरिए न्यायपालिका को प्रभावित करने की कोशिश करने के आरोप लगते रहते हैं।

    सरकार इन आरोपों से इनकार करती रही है।

    सवाल

    TMC सांसद ने उठाया था सवाल

    दरअसल, बुधवार को लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद कल्याण बनर्जी ने रविशंकर प्रसाद से कलकत्ता हाई कोर्ट में जजों की नियुक्ति को मंजूरी देने को कहा था।

    बनर्जी ने प्रसाद से कहा, "कलकत्ता हाई कोर्ट की दो बेंच हैं। दो जजों को पोर्ट ब्लेयर और चार जजों को जलपाईगुड़ी जाना पड़ता है। मेरा सवाल है कि सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने कई नामों का सुझाव दिया। कई नाम लंबित हैं। कृपया करके इन नामों को हरी झंडी दें।"

    जवाब

    रविशंकर का जवाब, जजों की नियुक्ति में सरकार हिस्सेदार

    इस मांग का जवाब देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा, "हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजों की नियुक्त की एक प्रक्रिया है और वरिष्ठ जजों की एक कॉलेजियम जजों की नियुक्ति के नामों की सिफारिश सरकार से करती है। जजों की नियुक्ति में हम हिस्सेदार हैं। हम पोस्टमैन नहीं हैं और हम अपनी बात रखेंगे।"

    इस बीच उन्होंने कल्याण को आश्वासन दिया कि सरकार उनके मामले को देख रही है और इसका जल्द समाधान होगा।

    खाली पड़े पद

    देशभर में हाई कोर्ट जजों के 40 प्रतिशत पद खाली

    केसों के बोझ के बीच देशभर की हाई कोर्ट्स में खाली पदों पर अधर में पड़ी जजों की नियुक्ति एक बड़ा मुद्दा है।

    न्याय विभाग के आंकड़ों के अनुसार, एक नवंबर 2019 तक देशभर की हाई कोर्ट्स में जजों के लगभग 40 प्रतिशत पद खाली पड़े हैं।

    देशभर में हाई कोर्ट जजों के कुल 1,079 पद हैं जिनमें से 424 खाली पड़े हैं और उन पर भर्तियां होनी हैं।

    सरकार पर इसमें जानबूझकर देरी करने का आरोप लगता रहता है।

    कॉलेजियम व्यवस्था

    कैसे होती है सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में जजों की नियुक्ति?

    सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में जजों की नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट के पांच वरिष्ठतम जजों की कॉलेजियम की सिफारिश के आधार पर होती है।

    ये कॉलेजियम नामों की सिफारिश सरकार से करती है जिसे इन जजों की नियुक्ति करनी होती है।

    ये जरूरी नहीं है कि सरकार कॉलेजियम की सिफारिश को माने ही और कई बार ऐसा हो चुका है जब सरकार ने किसी जज की नियुक्ति पर कॉलेजिमय को दोबारा विचार करने को कहा हो।

    जानकारी

    कॉलेजियम में पारदर्शिता की कमी पर भी उठते हैं सवाल

    जजों की नियुक्ति में सरकार की दखल के अलावा कॉलेजियम के फैसलों में पारदर्शिता की कमी पर भी कई बार सवाल उठ चुके हैं। कॉलेजियम ने किस आधार पर नामों की सिफारिश की ये बात कभी सार्वजनिक नहीं होती है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    कलकत्ता हाई कोर्ट
    लोकसभा
    रविशंकर प्रसाद
    तृणमूल कांग्रेस

    ताज़ा खबरें

    केरल से असम तक भारी बारिश से बिगड़े हालात, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी  मानसून
    अहान पांडे से सिमर भाटिया तक, अब फिल्मी घरानों के इन 5 स्टार किड्स का इंतजार अक्षय कुमार
    करियर बदलने के दौरान पैसे बचाने के लिए किन बातों का रखें ध्यान? पर्सनल फाइनेंस
    डोनाल्ड ट्रंप ने फिर लिया भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम का श्रेय, जानिए क्या दिया बयान अमेरिका

    कलकत्ता हाई कोर्ट

    पश्चिम बंगाल डॉक्टर हड़ताल: 700 सरकारी डॉक्टरों के इस्तीफे से संकट और गहराया मुंबई
    लेट ट्रेन की जांच के लिए खोई नौकरी, अब 12 साल बाद हुई मजिस्ट्रेट की बहाली पश्चिम बंगाल

    लोकसभा

    अंग्रेजों के जमाने के 58 कानूनों को खत्म करेगी मोदी सरकार, लोकसभा में बिल पेश शशि थरूर
    आजम खान के विवादित बयान पर हंगामा तेज, सदन से निलंबित करने की मांग समाजवादी पार्टी
    भाजपा सांसद रमा देवी पर विवादित टिप्पणी के लिए आजम खान ने मांगी माफी भारतीय जनता पार्टी
    मोदी सरकार की बड़ी जीत, तीन तलाक बिल राज्यसभा से पास, अब आगे क्या? नरेंद्र मोदी

    रविशंकर प्रसाद

    आधार से ड्राइविंग लाइसेंस लिंक करना होगा अनिवार्य, केंद्र सरकार जल्द लाएगी नया कानून भारत की खबरें
    अयोध्या मामला: मोदी सरकार पहुंची सुप्रीम कोर्ट, कहा- गैर-विवादित जमीन राम जन्मभूमि न्यास को मिले वापस बाबरी मस्जिद विवाद
    अब बैंक खाता खोलने और सिम खरीदने के लिए अनिवार्य नहीं आधार, सरकार लाई अध्यादेश लोकसभा
    भाजपा ने 'मसूद अजहर जी' पर घेरा तो कांग्रेस ने याद दिलाया 'हाफिज जी' भारतीय जनता पार्टी

    तृणमूल कांग्रेस

    प्रधानमंत्री मोदी ने ममता बनर्जी को बताया 'स्पीड ब्रेकर', दीदी का जवाब- मोदी हैं 'दंगाबाज' पश्चिम बंगाल
    भाजपा की IT सेल का यह सदस्य चलाता है 1,000 से अधिक व्हाट्सऐप ग्रुप्स, जानें पश्चिम बंगाल
    महिला ने TMC को नहीं दिया वोट तो पति ने मुंह में डाल दिया तेजाब पश्चिम बंगाल
    पश्चिम बंगालः आसनसोल में BJP-TMC कार्यकर्ताओं में झड़प, बाबुल सुप्रियो की कार पर हमला पश्चिम बंगाल
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025