NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / कुतुब मीनार नहीं है पूजा स्थल, नहीं बदली जा सकती मौजूदा स्थिति- ASI
    अगली खबर
    कुतुब मीनार नहीं है पूजा स्थल, नहीं बदली जा सकती मौजूदा स्थिति- ASI
    कुतुब मीनार नहीं है पूजा स्थल, नहीं बदली जा सकती है मौजूदा स्थिति- ASI

    कुतुब मीनार नहीं है पूजा स्थल, नहीं बदली जा सकती मौजूदा स्थिति- ASI

    लेखन भारत शर्मा
    May 24, 2022
    01:43 pm

    क्या है खबर?

    देश में ऐतिहासिक इमारतों और धार्मिक स्थलों पर विवाद लगातार बढ़ रहे हैं।

    अब दिल्ली के साकेत कोर्ट में कुतुब मीनार परिसर में कई हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां मौजूद होने का दावा करते हुए पूजा का अधिकार बहाल करने की मांग वाली याचिका दायर की गई है।

    हालांकि, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने इसका विरोध करते हुए कहा कि मीनार में पूजा की अनुमति नहीं दी जा सकती और न ही इसकी मौजूदा स्थिति को बदला जा सकता है।

    याचिका

    कुतुब मीनार को लेकर क्या दायर की गई याचिका?

    दरअसल, याचिकाकर्ता हरिशंकर जैन ने साकेत कोर्ट में याचिका दायर कर कुतुब मीनार परिसर में हिंदू और जैन धर्म के 27 मंदिरों के 100 से ज्यादा अवशेष मौजूद हैं। इसको लेकर उनके पास ठोस सबूत भी हैं।

    उन्होंने कहा कि उसके पास मौजूद सभी सबूत ASI की किताबों से लिए गए हैं, जिनमें इन्हें मंदिरों के अवशेष बताया गया है। इन सबूतों को आधार मानते हुए मीनार में पूजा का अधिकार बहाल किया जाना चाहिए।

    दावा

    याचिकाकर्ता ने ये भी किया है दावा

    याचिकाकर्ता का दावा है कि ASI द्वारा प्रदर्शित संक्षिप्त इतिहास के अनुसार, मोहम्मद गौरी की सेना के कमांडर कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा 27 मंदिरों को धवस्त किया था और परिसर में कुव्वत-उल-इस्लाम का निर्माण कराया था।

    उन्होंने दावा किया कि कुतुब मीनार परिसर में भगवान गणेश, विष्णु और यक्ष समेत कई हिंदू और जैन देवताओं की स्पष्ट तस्वीरें और कुओं के साथ कलश तथा पवित्र कमल जैसे कई प्रतिक इस इमारत के हिंदू मूल को सिद्ध करते हैं।

    विरोध

    ASI ने हलफानामा दाखिल कर किया याचिका का विरोध

    इस मामले में ASI को कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर याचिका का विरोध किया है। सरकारी एजेंसी ने हलफनामे में कहा कि कुतुब मीनार साल 1914 से प्राचीन स्मारक संरक्षण अधिनियम, 1904 की धारा 3 (3) के तहत एक संरक्षित स्मारक है। ऐसे में मीनार की मौजूदा स्थिति या पहचान नहीं बदली जा सकती है।

    ASI ने कहा भूमि की किसी भी स्थिति के उल्लंघन के मामले मौलिक अधिकार का लाभ भी नहीं उठाया जा सकता है।

    स्पष्ट

    कुतुब मीनार में नहीं दी जा सकती है पूजा की अनुमति- ASI

    ASI ने अपने हलफनामे में कहा है कि हिंदू पक्ष की याचिकाएं कानूनी तौर पर वैध नहीं है। पुराने मंदिर को तोड़कर कुतुब मीनार परिसर बनाना ऐतिहासिक तथ्य का मामला है। अभी कुतुब मीनार में किसी को पूजा का अधिकार नहीं है।

    ASI ने कहा कि जब से कुतुब मीनार को संरक्षण में लिया गया, तब से वहां कोई पूजा नहीं हुई है। यह पुरातात्विक महत्व का स्मारक है। ऐसे में वहां पूजा की अनुमति नहीं दी जा सकती है।

    अधिनियम

    ASI ने दिया पुरातात्विक संरक्षण अधिनियम, 1958 का हवाला

    ASI ने प्राचीन स्मारक और पुरातत्व स्थल और अवशेष (AMSAR) अधिनियम, 1958 के प्रावधानों का हवाला देते हुए कहा कि अधिनियम के अनुसार, स्मारक को संरक्षित किया जाना चाहिए ताकि वह आने वाली पीढ़ी के लिए अपनी मूल स्थिति में रहे। ऐसे में संरक्षित स्मारक में सिर्फ पर्यटन की इजाजत है।

    ASI ने कहा कि अधिनियम के तहत संरक्षित स्मारक में नई प्रथा शुरू करने या उसके मूल ढांचे में बदलाव की अनुमति नहीं दी जा सकती है।

    जानकारी

    कोर्ट ने दिया था भगवान गणेश की दो मूर्तियां नहीं हटाने का आदेश

    याचिका पर पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ASI को अगले आदेश तक मीनार परिसर से भगवान गणेश की दो मूर्तियों (उल्टा गणेश और पिंजरे में गणेश) को नहीं हटाने का आदेश दिया था। ये मूर्तियां 12वीं मीनार परिसर में मौजूद बताई गई है।

    दावा

    ASI के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक ने किया था चौंकाने वाला दावा

    इससे पहले 18 मई को ASI के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक धर्मवीर शर्मा ने कुतुब मीनार के सूर्य स्तंभ होने तथा उसका निर्माण राजा विक्रमादित्य द्वारा सूर्य की स्थितियों पर अध्ययन करने के लिए कराने का दावा किया था। इसके बाद मीनार को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे थे।

    इसी तरह महीने की शुरुआत में यूनाइटेड हिंदू फ्रंट ने कुतुब मीनार परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ करके इसका नाम विष्णु स्तंभ करने की मांग की थी।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    दिल्ली
    भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI)
    कुतुब मीनार

    ताज़ा खबरें

    IPL 2025: MI बनाम DC मैच में ये खिलाड़ी रहा 'प्लेयर ऑफ द डे' IPL 2025
    IPL 2025: MI ने DC को दी करारी शिकस्त, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025
    IPL 2025: MI ने DC को हराते हुए प्लेऑफ में किया प्रवेश, ये बने रिकॉर्ड्स IPL 2025
    IPL 2025: सूर्यकुमार यादव ने जड़ा अर्धशतक, लगातार 13वीं टी-20 पारी में 25+ रन बनाए IPL 2025

    दिल्ली

    4 राज्यों को मिल सकती है हीटवेव से राहत, IMD ने लगाया बारिश का अनुमान मध्य प्रदेश
    दिल्ली समेत कई जगहों पर तापमान सामान्य से ज्यादा, हीटवेव जारी रहने की चेतावनी राजस्थान
    क्या होती है हीटवेव और इसके बनने के क्या कारण है? राजस्थान
    दिल्ली में बढ़ी कोरोना संक्रमण की रफ्तार, 8 दिन में सामने आए 9,798 नए मामले हरियाणा

    भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI)

    अयोध्या केस: हिंदू और मुस्लिम पक्ष ने 40 दिन की सुनवाई में क्या-क्या दलीलें दीं, जानें मुस्लिम
    अयोध्या केस: हिंदू और मुस्लिम पक्ष ने 40 दिन की सुनवाई में क्या-क्या दलीलें दीं थी? मुस्लिम
    अयोध्या विवाद पर अपने फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या-क्या कहा, जानें मुख्य बातें उत्तर प्रदेश
    हमेशा बंद नहीं रहते ताजमहल के कमरे, मूर्तियों के सबूत नहीं- ASI अधिकारी उत्तर प्रदेश

    कुतुब मीनार

    दिल्ली: हिंदूवादी संगठनों ने की कुतुब मीनार का नाम बदलने की मांग, प्रदर्शन किया दिल्ली
    ASI के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक का दावा- राजा विक्रमादित्य ने कराया था कुतुब मीनार का निर्माण दिल्ली
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025