पिछले 10 साल में 12 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया गया, SBI सबसे आगे
पिछले 10 साल में सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंकों ने कुल 12 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बट्टे खाते में डाला है। इस मामले में सरकारी बैंक सबसे आगे हैं। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने संसद में एक सवाल के जवाब में बताया कि वित्त वर्ष 2015-2024 तक बैंकों ने कुल 12.3 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया है। इसमें 6.5 लाख करोड़ रुपये (53 प्रतिशत) पिछले 5 साल में सरकारी बैंकों ने माफ किया।
कर्ज माफ करने वालों में SBI सबसे आगे
राज्य मंत्री ने बताया कि 30 सितंबर, 2024 तक सरकारी बैंकों का गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPA) 3.16 लाख करोड़ रुपये और प्राइवेट बैंकों का NPA 1.34 लाख करोड़ रुपये था। वर्ष 2020-2024 के बीच भारतीय स्टेट बैंक (SBI) सबसे आगे रहा, जिसने 1.46 लाख करोड़ रुपये कर्ज माफ किया। दूसरे नंबर पर पंजाब नेशनल बैंक ने 82,449 करोड़, यूनियन बैंक ने 82,323 करोड़, बैंक ऑफ बड़ौदा ने 77,177 करोड़ और बैंक ऑफ इंडिया ने 45,467 करोड़ रुपये कर्ज माफ किया।
अंबानी भी नहीं चुका पाए कर्ज
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च 2019 तक कुल NPA का 43 प्रतिशत से अधिक 4.02 लाख करोड़ रुपये सिर्फ 100 कंपनियों के पास था। इनमें से 30 उधारदाताओं के पास सकल NPA का 30 प्रतिशत से अधिक 2.86 लाख करोड़ रुपये था। रिपोर्ट के मुताबिक, कर्ज न चुकाने वालों में अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशन लिमिटेड कंपनी भी शामिल है। इसमें जिंदल और जेपी ग्रुप की कंपनियां भी शामिल हैं।