कोरोना वायरस: पूरा भारत बंद, प्रधानमंत्री मोदी ने किया 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान
कोरोना वायरस पर एक हफ्ते में दूसरी बार देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रात 12 बजे से पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की। ये लॉकडाउन 21 दिन चलेगा। इस दौरान किसी भी व्यक्ति को घर से निकलने की इजाजत नहीं होगा। उन्होंने कहा कि 21 दिन का ये समय बेहद अहम है और अगर इस दौरान कोरोना वायरस को नहीं रोका गया तो देश 21 साल पीछे चला जाएगा।
शक्तिशाली देश भी कोरोना वायरस के आगे बेबस- प्रधानमंत्री मोदी
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस ने बेहद शक्तिशाली देशों को भी बेबस कर दिया है और तमाम सुविधाओं के बावजूद इन देशों में चुनौती बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और इटली जैसे देश बेहतर सुविधाओं के बावजूद कोरोना वायरस का सामना नहीं कर पाए और ऐसे में उम्मीद की किरण उन देशों से आती है जो कोरोना को काबू करने में कुछ हद तक कामयाब रहे हैं।
आग की तरह फैलता है कोरोना वायरस- प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी व्यक्ति में कोरोन वायरस के लक्षण दिखने में कई दिन का समय लगता है और इस दौरान वो जाने-अनजाने में कई लोगों को संक्रमित कर देता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस आग की तरह फैलता है। उन्होंने कहा कि दो लाख से तीन लाख लोगों में वायरस का संक्रमण पहुंचने में माज्ञ चार दिन लगे।
"कोरोना वायरस की साइकिल तोड़ने में लगते हैं 21 दिन"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना वायरस से बचाव का एकमात्र उपाय है और हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो कोरोना वायरस के संक्रमण की साइकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है। उन्होंने कहा, "21 दिन का लॉकडाउन लंबा समय है लेकिन आपके परिवार के लिए यह महत्वपूर्ण है और इससे बचने का यही तरीका है। अगर 21 दिनों में हम नहीं संभले तो कई परिवार बर्बाद हो सकते हैं।"
जान है तो जहान है- प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "ये समय कदम-कदम पर संयम बरतने का है। आपको याद रखना है कि जान है तो जहान है। ये धैर्य और अनुशासन की घड़ी है। जब तक देश में लॉकडाउन की स्थिति है, हमें अपना संकल्प निभाना है, अपना वचन निभाना है... मैं ये बात एक प्रधानमंत्री के तौर पर नही, आपके परिवार के सदस्य के नाते कह रहा हूँ। इसलिये बाहर निकलना क्या होता है, ये 21 दिन के लिये भूल जाइये, घर में रहें।"
"गरीबों की मुसीबतें कम करने में जुटी राज्य और केंद्र सरकारें"
अपने भाषण की शुरूआत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "कोरोना वायरस के बीच देश और राज्य सरकारें तेजी से काम कर रहे हैं। लोगों को असुविधा न हो इसके लिए उपाय किए गए हैं। निश्चित तौर पर संकट की यह घड़ी बहुत मुश्किल वक्त लेकर आई है। केंद्र और राज्य सरकार गरीबों की मुसीबतें कम करने में जुटी हैं। गरीबों की मदद के लिए अनेक लोग साथ आ रहे हैं।"
कोरोना वायरस के मरीजों के लिए 15,000 करोड़ रुपये के प्रावधान का ऐलान
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना के मरीजों के इलाजे के लिए केंद्र सरकार की तरफ से 15,000 करोड़ रुपये का प्रावधान करने का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा, "इससे टेस्टिंग फैसिलिटी, ICU बेड्स, वेंटिलेटर और दूसरे साधनों की संख्या बढ़ाना शामिल है। मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ की ट्रेनिंग का काम भी बढ़ेगा। सभी राज्यों की पहली प्राथमिकता स्वास्थ्य सेवाएं ही होनी चाहिए। देश का प्राइवेट सेक्टर भी संकट की इस घड़ी में देशवासियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।"
भारत में अब तक 511 मामले, 10 की मौत
गौरतलब है कि अब तक भारत में कोरोना वायरस के 511 मामले सामने आ चुके हैं। वायरस का केंद्र बने महाराष्ट्र में अब तक 100 से भी अधिक मामले सामने आ चुके हैं। वहीं वायरस के प्रकोप में आकर देश में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि बढ़ते मामलों के बीच भी सरकार ने इसके स्टेज 2 में ही होने और सामुदायिक प्रसार शुरू न होने की बात कही है।