नरेंद्र मोदी ब्रुनेई के लिए रवाना, पहली बार कोई भारतीय प्रधानमंत्री करेगा इस देश का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार की सुबह पूर्वी एशियाई देश ब्रुनेई के लिए रवाना हो गए हैं। मोदी यहां 3 और 4 सितंबर को प्रवास करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की ब्रुनेई दारुस्सलाम यात्रा महामहिम सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के निमंत्रण पर हो रही है। भारतीय इतिहास में यह पहली बार है, जब कोई प्रधानमंत्री ब्रुनेई दौरे पर हैं। 2024 में भारत और ब्रुनेई के बीच राजनयिक संबंधों के 40 साल पूरे हो गए हैं। इसलिए यह यात्रा विशेष मानी जा रही है।
यात्रा का क्या है एजेंडा?
प्रधानमंत्री मोदी की ब्रुनेई यात्रा का उद्देश्य रक्षा, व्यापार, ऊर्जा और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करना है। मौजूदा समय में भारत ब्रुनेई से हाइड्रोकार्बन आयात कर रहा है। भारत की प्राकृतिक गैस आपूर्ति बढ़ाने की कोशिश है। भारत में ब्रुनेई में हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में काफी निवेश किया है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि ब्रुनेई भारत की एक्ट पूर्वी नीति और इंडो-पेसिफिक के विजन के हिसाब से जरूरी साझेदार है।
4 और 5 सितंबर को सिंगापुर में रहेंगे मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ब्रुनेई की यात्रा के बाद 4 सितंबर को सिंगापुर के लिए रवाना होंगे और 5 सितंबर तक वहां रहेंगे। इस दौरान उनकी सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ वार्ता होगी। मोदी की सिंगापुर यात्रा 6 साल बाद हो रही है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि यह यात्रा ऐसे समय पर हो रही है, जब वहां नया नेता मौजूद है और इससे द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने में मदद मिलेगी। यहां मोदी उद्योगपतियों से भी मिलेंगे।