कोरोना: डेनमार्क ने हटाईं सारी पाबंदियां, ये देश भी कम कर रहे कड़ाई
महामारी के लगभग 20 महीनों बाद दुनिया के कई देशों ने 'वायरस के साथ जीने' और पाबंदियां हटाने का फैसला किया है। इनमें से कुछ देशों ने अपनी अधिकतर आबादी को वैक्सीनेट कर दिया है तो कुछ का तर्क है कि पाबंदियों के कारण होने वाला आर्थिक और सामाजिक नुकसान महामारी की तुलना में ज्यादा है। आज हम उन पांच देशों की बात करने जा रहे हैं जिन्होंने पाबंदियां हटाते हुए 'वायरस के साथ जीने' का फैसला लिया है।
डेनमार्क में अब कोई पाबंदी लागू नहीं
डेनमार्क सरकार ने 10 सितंबर को सारी पाबंदियां हटाते हुए ऐलान किया है कि कोरोना वायरस अब ऐसी गंभीर बीमारी नहीं है, जिससे समाज को खतरा पैदा हो। अब यहां के निवासी बिना वैक्सीन पासपोर्ट दिखाए नाइटक्लब और रेस्टोरेंट में जा सकेंगे, बिना मास्क पहने सार्वजनिक परिवहन में यात्रा कर सकेंगे और एक जगह इकट्ठे हो सकेंगे। बता दें कि 13 सितंबर तक यहां की 74 प्रतिशत पात्र आबादी पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुकी थी।
थाईलैंड ने पर्यटक स्थल खोलने का फैसला किया
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच थाईलैंड ने पर्यटन उद्योग में जान फूंकने के लिए अगले महीने से मशहूर स्थलों को खोलने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक, पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके और कोरोना टेस्टिंग कराने के लिए तैयार लोगों को राजधानी बैंकॉक, हुआ हिन, पटाया और चियांग माई जैसे लोकप्रिय स्थानों पर जाने की इजाजत होगी। फुके समेत कई स्थानों पर पहले से ही पूरी तरह वैक्सीनेट लोगों को जाने की अनुमति दे दी गई है।
सिंगापुर ने पिछले महीने खत्म की कई पाबंदियां
सिंगापुर ने अगस्त में पाबंदियों से ढील देनी शुरू की थी और पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके लोगों को रेस्टोरेंट में जाने और समूहों में खड़े होने की छूट दे दी थी। हालांकि, अधिक संक्रामक डेल्टा वेरिएंट आने के बाद अब सरकार अन्य पाबंदियां हटाने पर विचार नहीं कर रही है। अधिकारियों ने पिछले सप्ताह चेताया था कि अगर संक्रमण पर काबू नहीं पाया जाता है तो कुछ पाबंदियां फिर से लागू की जा सकती हैं।
दक्षिण अफ्रीका भी हटाने लगा पाबंदियां
संक्रमण दर कम होने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने पाबंदियां हटाना शुरू कर दिया है। यहां नाइट कर्फ्यू की अवधि कम करने के अलावा खुले स्थानों पर एक साथ 500 लोगों के इकट्ठा होने की इजाजत दे दी गई है। साथ ही शराब की बिक्री पर लगी पाबंदियों को भी कम किया गया है। सरकार का कहना है कि तीसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है, लेकिन व्यस्क आबादी को वैक्सीनेट करने के लिए उसके पास पर्याप्त खुराकें हैं।
चिली में 1 अक्टूबर से आ सकेंगे विदेशी पर्यटक
चिली अब तक अपनी 87 प्रतिशत पात्र आबादी को पूरी तरह वैक्सीनेट कर प्रशंसा पा चुका है। यहां पूरी तरह वैक्सीनेटेड लोगों को बूस्टर शॉट दिए जा रहे हैं और छह साल से अधिक उम्र के बच्चों का भी वैक्सीनेशन शुरू हो गया है। अब सरकार ने 1 अक्टूबर से अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए अपनी सीमा खोलने का ऐलान किया है। विदेशी पर्यटकों के लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं, जिन्हें पूरा करने के बाद वो चिली में घूम सकेंगे।