कोरोना वैक्सीन: फाइजर ने भारत से मांगी मंजूरी, कहा- 12+ उम्र के लोगों के लिए तैयार
क्या है खबर?
कोरोना वायरस वैक्सीन बनाने वाली अमेरिकी कंपनी फाइजर ने भारत सरकार से कहा है कि उसकी वैक्सीन 12 साल से अधिक उम्र के लोगों पर इस्तेमाल के लिए पूरी तरह तैयार है और यह भारत में पाए गए नए वेरिएंट के खिलाफ भी कारगर है।
कंपनी ने सरकार से कहा है कि वह उसे कुछ करोड़ खुराकें देने को तैयार है, लेकिन इसके लिए उसे जल्द उपयोग की मंजूरी और गंभीर साइड इफेक्ट्स पर कानूनी पचड़ों से छूट (इनडेमनिटी) चाहिए।
रिपोर्ट
पिछले कुछ हफ्तों में सरकार और फाइजर के बीच हुईं कई बैठकें
समाचार एजेंसी PTI के सूत्रों के अनुसार, जुलाई से अक्टूबर के बीच पांच करोड़ खुराकें सप्लाई करने को लेकर फाइजर और भारत सरकार में बातचीत चल रही है। इनडेमनिटी समेत कई मुद्दों को सुलझाने के लिए दोनों पक्षों ने पिछले कुछ हफ्ते में कई बैठकें की हैं जिनमें से कुछ में फाइजर के CEO अल्बर्ट बोर्ला भी शामिल हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार, बैठकों में फाइजर ने ट्रायल्स, प्रभावशीलता और सुरक्षा को लेकर ताजा डाटा पेश किया।
डाटा
फाइजर ने दिया 40 जगहों से मिली मंजूरी का हवाला
रिपोर्ट के अनुसार, इनडेमनिटी से छूट मांगते हुए फाइजर ने सरकार से कहा है कि उसे वैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) समेत 44 जगहों से मिली आपातकालीन उपयोग की मंजूरी पर भरोसा करना चाहिए।
अपने दावा मजबूत करने के लिए उसने यूनाइटेड किंगडम (UK) की सरकारी एजेंसी की एक स्टडी का डाटा भी साझा किया जिसमें फाइजर वैक्सीन को भारत में पाए गए B.1.617.2 वेरिएंट के खिलाफ 87.9 प्रतिशत प्रभावी पाया गया।
जानकारी
ब्रिज ट्रायल से भी छूट चाहती है फाइजर, 100 लोगों पर निगरानी रखने को तैयार
फाइजर ने भारत में ब्रिज ट्रायल करने से भी छूट मांगी है, हालांकि वह मंजूरी के बाद पहले 100 लाभार्थियों पर निगरानी रखने के प्रस्ताव पर विचार करने को तैयार है। इसके अलावा फाइजर ने केंद्र सरकार के जरिए खरीद की मांग भी की है।
रूकावट
इनडेमिनिटी को लेकर सबसे बड़ा पेंच
बता दें कि भारत सरकार और फाइजर के बीच सबसे बड़ा पेंच इनडेमिनिटी को लेकर है। भारत में अभी जो दो वैक्सीनें, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन', इस्तेमाल की जा रही हैं, उन दोनों को भारत सरकार इनडेमिनिटी देने से इनकर कर चुकी है।
अब अगर फाइजर को ये छूट दी जाती हैं तो ये कंपनियां फिर से ये मांग उठा सकती हैं।
छूट
100 से अधिक देश फाइजर को दे चुके हैं इनडेमनिटी
जानकारी के अनुसार, अमेरिका समेत लगभग 116 देश अभी तक फाइजर को कानूनी पचड़ों से सुरक्षा की गारंटी दे चुके हैं।
दूसरी तरफ अभी तक दुनियाभर में फाइजर वैक्सीन की लगभग 15 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी हैं और कहीं से भी गंभीर दुष्प्रभावों की बड़ी घटना सामने नहीं आई है।
बताया जा रहा है कि इन दोनों बिंदुओं पर हाल ही में हुई उच्च स्तरीय बैठक में चर्चा की गई थी।
वैक्सीन की कमी
राज्यों को सीधे तौर पर वैक्सीन देने से मना कर चुकी हैं विदेशी कंपनियां
गौरतलब है कि दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक देश होने के बावजूद भारत इन दिनों कोरोना वैक्सीन की भारी कमी महसूस कर रहा है।
केंद्र ने राज्यों को 18-44 साल वालों के लिए वैक्सीन खरीदने को कह दिया है, लेकिन भारतीय कंपनियों के पास इतनी वैक्सीन नहीं है कि वे राज्यों की मांग पूरी कर पाए।
वहीं फाइजर समेत कई विदेशी कंपनियों ने केंद्र से सौदे की बात कहकर राज्यों को वैक्सीन देने से इनकार कर दिया है।