Page Loader
कोरोना से ठीक हुए और प्रदूषण में रहने वाले लोग लगवाएं बुखार का टीका- विशेषज्ञ

कोरोना से ठीक हुए और प्रदूषण में रहने वाले लोग लगवाएं बुखार का टीका- विशेषज्ञ

Oct 26, 2020
01:00 pm

क्या है खबर?

सर्दियों का मौसम और आसमान में छाया जहरीला धुआं कोरोना वायरस के कारण बनी स्थिति को और बिगाड़ सकता है। इसका असर उन लोगों पर भी पड़ेगा, जो इस महामारी से ठीक हो चुके हैं। इसे देखते हुए विशेषज्ञ प्रदूषित इलाकों में रहने वाले ऐसे लोगों को बुखार का टीका लगवाने का सुझाव देते हैं। जानकारों का कहना है कि उत्तर भारत में खरतनाक स्तर पर पहुंच चुका वायु प्रदूषण कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार बढ़ा सकता है।

कोरोना वायरस

गंभीर मामलों में लंबे समय तक रहता है असर

कुछ लोग इस महामारी से अपने आप ठीक हो जाते है, कुछ को हल्के उपचार की जरूरत होती है तो कुछ को फिर से सेहतमंद होने के लिए ऑक्सीजन सपोर्ट और वेंटिेलेटर आदि की जरूरत पड़ती है। फिर भी कई मामलों में महामारी से ठीक होने वाले लोग लंबे समय तक इसका असर महसूस करते हैं। वो महीनों बाद भी सिरदर्द, थकान, हल्के बुखार आदि की शिकायत करते रहते हैं। इसे 'लॉन्ग कोविड' के नाम से भी जाना जाता है।

क्या आप जानते हैं?

महिलाओं में पुरुषों की तुलना में लॉन्ग कोविड का खतरा अधिक- अध्ययन

लॉन्ग कोविड के असर को जानने के लिए लंदन स्थित किंग्स कॉलेज में एक अध्ययन किया गया। इसमें सामने आया कि लॉन्ग कोविड किसी को भी हो सकता है, लेकिन पुरुषों की तुलना में महिलाओं को इसका ज्यादा खतरा है।

असर

लॉन्ग कोविड से जूझ रही महिला ने बताया अपना अनुभव

लॉन्ग कोविड का उदाहरण देेते हुए बीबीसी ने 48 वर्षीय महिला विकी बोर्न का जिक्र किया है, जो मार्च में कोरोना वायरस की चपेट में आई थीं, लेकिन अभी तक पूरी तरह ठीक नहीं हुई हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां वो ठीक हो गईं, लेकिन अब तक पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो पाई हैं। वो बताती हैं कि उन्हें पूरी शरीर में सूजन महसूस होती है और इससे छुटकारा पाना आसान नहीं है।

चिंता

सर्दी और वायु प्रदूषण का मिश्रण हो सकता है खतरनाक

लंदन में हुए अध्ययन में अस्थमा और फेफड़ों की बीमारी के अलावा किसी दूसरी बीमारी का लॉन्ग कोविड से संबंध नहीं पाया गया, लेकिन कुछ और नतीजे बताते हैं कि सर्दियों का मौसम और प्रदूषण कई लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। कम या बिना लक्षण वाले लोग भी इस वजह से मुश्किलों का सामना कर सकते हैं। इसे देखते हुए AIIMS निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने लोगों को बुखार का टीका लगवाने की सलाह दी है।

सुझाव

कारगर साबित हो सकता है बुखार का टीका

गुलेरिया कहते हैं, "बढ़ते प्रदूषण, सर्दी और भीड़भाड़ को देखते हुए लॉन्ग कोविड और खतरे की संभावित चपेट में दिख रहे लोगों को बुखार का टीका लगवाना चाहिए। इससे पोस्ट कोविड लक्षणों की गंभीरता कम होगी और बुखार से भी बचाव होगा।" साकेत स्थित मैक्स सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल के प्रमुख डॉक्टर विवेक नांगिया भी इससे सहमति जताते हुए कहते हैं कि बुखार और कोरोना वायरस के एक जैसे लक्षण हैं। ऐसे में बुखार का टीका कारगर साबित हो सकता है।