ओडिशा में आने वाले चक्रवात का नाम कैसे पड़ा 'दाना'? 24 अक्टूबर तक पहुंचेगा तट पर
बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात संभवतः 24 अक्टूबर को ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट के पास पहुंचेगा। यह उष्णकटिबंधीय चक्रवात है, जिससे ओडिशा में भारी बारिश की आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक, 20 अक्टूबर के आसपास उत्तरी अंडमान सागर के पास चक्रवात बनेगा, जो ओडिशा के पास पहुंचने पर और तेज होगा। दूसरे चक्रवातों की तरह इस चक्रवात का नाम भी है, जिसे सऊदी अरब ने 'दाना' कहा है, जिसका अर्थ 'उदारता' है। आइए, जानते हैं नामकरण की प्रक्रिया।
क्या है नामकरण की प्रक्रिया?
वैश्विक स्तर पर उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नामों की सूची बनाने के लिए विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (ESCAP) के साथ मिलकर 2000 से चक्रवाती तूफानों का नामकरण कर रहे हैं। WMO नामों की एक पूर्व निर्धारित सूची का उपयोग करता है, जिन्हें वर्णानुक्रम में रखा जाता है और हर 6 साल में बदला जाता है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) खाड़ी सहित उत्तर हिंद महासागर में विकसित होने वाले चक्रवातों का नाम रखता है।
कैसे पड़ा 'दाना' नाम?
'दाना' नाम सऊदी अरब ने दिया है, जो उत्तरी हिंद महासागर के लिए WMO की उष्णकटिबंधीय चक्रवात नामकरण प्रणाली में भाग लेने वाले 14 देशों में एक है। 'दाना' नाम अरबी से लिया गया है, जिसका अर्थ 'उदारता' या 'उपहार' है। चक्रवातों का नामकरण क्षेत्रीय शब्दों या नामों के आधार पर करने से इन तूफानों से प्रभावित देशों के बीच जागरूकता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलने में मदद मिलती है। इससे संचार और चेतावनी प्रणाली भी मजबूत बनती है।
नामकरण रखने के दिशानिर्देश
चक्रवात का नामकरण करने के कुछ दिशानिर्देश हैं, जिसमें यह देखना जरूरी है कि प्रस्तावित नाम राजनीति, राजनीतिक हस्तियों, धार्मिक विश्वासों, संस्कृतियों, लिंग के लिए तटस्थ हो। नाम किसी समूह की भावनाओं को आहत न करे और क्रूर न हो। साथ छोटा हो, उच्चारण आसान हो और 8 अक्षरों से अधिक नहीं होना चाहिए। उत्तर हिंद महासागर के ऊपर विकसित चक्रवातों के नाम दोहराना नहीं चाहिए। नामों से चक्रवातों को पहचानने में आसानी होती है।
अब तक रखे गए चक्रवातों के कुछ प्रमुख नाम
हाल में कुछ प्रमुख चक्रवात आए, जिनके नाम क्षेत्र के आधार पर रखे हैं। इसमें तौकते चक्रवात म्यांमार द्वारा नामित किया गया, जिसका अर्थ है 'गेको' है। चक्रवात निवार ईरान द्वारा नामित किया गया, जिसका अर्थ 'प्रकाश' या 'हवा' है। चक्रवात अम्फान थाईलैंड द्वारा नामित था, जिसका अर्थ है 'आकाश'। इससे पहले रेमल, मिचौंग, मिधिली, हामून, बिपरजॉय चक्रवात भी आया था, जिनके नामों का अर्थ उनके क्षेत्रीय महत्ता के आधार पर निकाला गया था।