
30 अप्रैल तक चलेगा महाकुंभ, तय समय से पहले खत्म करने पर कोई चर्चा नहीं- रिपोर्ट
क्या है खबर?
हरिद्वार का महाकुंभ मेला तय कार्यक्रम के अनुसार 30 अप्रैल तक चलेगा और इसे समय से पहले खत्म करने पर कोई चर्चा नहीं हुई है। कोरोना वायरस महामारी के कारण मेले को दो हफ्ते पहले आज ही खत्म किए जाने की मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए अधिकारियों ने ये बात कही।
अधिकारियों ने कहा कि उत्तराखंड सरकार और धार्मिक नेताओं के बीच इस संबंध में कोई चर्चा नहीं हुई है और मेला बिना किसी व्यवधान के चलता रहेगा।
रिपोर्ट्स
दिन में आई थीं कुंभ को आज ही खत्म करने की खबरें
इससे पहले आज दिन में खबर आई थी कि उत्तराखंड सरकार और धार्मिक नेताओं के बीच कुंभ को तय समय से पहले खत्म करने के लिए विचार विमर्श हो रहा है और इसे आज ही खत्म किया जा सकता है।
सूत्रों ने कहा था कि सरकार अखाड़ों और साधु-संतों को मनाने की कोशिश कर रही है जो अभी तक कुंभ को जल्दी खत्म करने के खिलाफ रहे हैं।
अब अधिकारियों ने ऐसी कोई भी चर्चा होने से इनकार किया है।
आलोचना
महामारी के बीच कुंभ को जारी रखने की हो रही तीखी आलोचना
बता दें कि देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी और बेहद भयंकर लहर के बीच भी कुंभ को जारी रखने की काफी आलोचना हो रही है और आलोचकों का कहना है कि यह संक्रमण का सुपर-स्प्रेडर साबित हो सकता है।
आज ही शाही स्नान के लिए हर की पौड़ी घाट पर लाखों लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई और गंगा स्नान किया। राज्य सरकार के अनुसार, दोपहर 2 बजे तक 9,43,452 गंगा में स्नान कर चुके थे।
नियमों का उल्लंघन
नियमों का भी नहीं हो पा रहा पालन, बिना मास्क घूम रहे लोग
कुंभ में कोरोना संक्रमण से बचाव के नियमों का भी सख्ती से पालन नहीं किया जा रहा है। लाखों की भीड़ के कारण यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन लगभग असंभव है और ज्यादातर लोग बिना मास्क के ही घूम रहे हैं।
पुलिस अधिकारी संजय गुंजयाल ने कहा कि छोटे घाटों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने के लिए लोगों पर जुर्माना लगाया जा रहा है, लेकिन मुख्य घाटों पर लोगों पर जुर्माना लगाना बहुत कठिन हैं।
पाबंदियां
महामारी के कारण मेले में लागू की गई हैं कई पाबंदियां
हर 12 साल पर होने वाला महाकुंभ मेला इस बार कोरोना महामारी के बीच असाधारण परिस्थितियों में हो रहा है। इस कारण मेले की अवधि को कम करके 1 से 30 अप्रैल तक किया गया है।
मेले में आने वाले लोगों के लिए कोरोना वायरस की नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट और मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। टेस्ट रिपोर्ट अधिकतम 72 घंटे पहले की होनी चाहिए। लेकिन इन नियमों के पालन में ढिलाई बरती जा रही है।
कोरोना का कहर
हरिद्वार में बीते दो दिन में 1,000 मामले, उत्तराखंड में भी रिकॉर्ड मामले
हरिद्वार में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति की बात करें तो यहां बीते 48 घंटे में 1,000 से अधिक लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है। इससे पहले पिछले हफ्ते यहां दैनिक और सक्रिय मामले दोगुने हो गए थे।
उत्तराखंड की बात करें तो यहां मंगलवार को 1,925 नए मामले सामने आए जो अब तक एक दिन में सामने आए सबसे अधिक मामले हैं।
देश में भी मंगलवार को रिकॉर्ड 1.84 लाख नए मामले सामने आए।