NEET विवाद: आरोपियों ने केवल 120 छात्रों को बनाया निशाना, सबसे लिए 20 लाख के चेक
राष्ट्रीय प्रवेश-सह पात्रता परीक्षा (NEET)-UG 2024 में हुए पेपर लीक को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। मामले की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के सूत्रों के अनुसार, NEET पेपर लीक के आरोपियों ने बेहद सतर्कता बरतते हुए केवल 120 उम्मीदवारों को ही निशाना बनाया था। इन लोगों से कुछ बयाना और 20 लाख रुपये के चेक लिए गए थे। इन चेक पर बाद की तारीख डली हुई थी।
आरोपियों ने पेपर के लिए चुनिंदा लोगों से किया संपर्क- रिपोर्ट
न्यूज 18 से बात करते हुए एक सूत्र ने कहा, "आरोपियों ने यह काम बहुत सावधानी से किया और उन्हें बड़े पैमाने पर पेपर लीक की संभावना के बारे में पता था। उन्होंने जानबूझकर बड़े समूह से संपर्क नहीं किया। उन्हें पता था कि अगर पेपर किसी सोशल मीडिया ऐप पर लीक हो गया तो वायरल हो सकता है और परीक्षा रद्द हो सकती है। आरोपियों ने किसी भी संस्थान से संपर्क करने से भी परहेज किया।"
आरोपियों ने सोशल मीडिया पर साझा नहीं किया पेपर
सूत्रों ने बताया कि परीक्षा वाले दिन आरोपी सुबह 8:02 बजे कमरे में दाखिल हुए और पेपर की तस्वीरें लेने, बंडल को फिर से पैक करने और सील करने के बाद 9:23 बजे बाहर निकल गए। सूत्रों ने कहा, "आरोपियों ने पेपर किसी भी सोशल मीडिया पर शेयर नहीं किया और प्रिंटआउट भी नहीं निकाला। इसके बाद एक व्यक्ति आया और उसने पेपर को पूरी तरह से हल कर दिया।"
CBI बोली- लीक से 4 केंद्रों पर हुई गड़बड़ी
CBI सूत्रों ने बताया कि लीक से 4 स्थानों को छोड़कर ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन उस मामले में भी छात्र ज्यादा फायदा नहीं उठा पाए, क्योंकि वे इतने होशियार नहीं थे और उनके पास समय की कमी थी। सूत्रों ने बताया, "राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) की भूमिका एक समिति तय करेगी। हमने राउंड-अप जांच का एक हिस्सा पूरा कर लिया है और हम बड़ी साजिश की जांच करने के लिए आगे बढ़ेंगे।"
CBI ने दर्ज की 6 FIR
CBI ने इस मामले में 6 FIR दर्ज की है। बिहार में दर्ज हुई FIR पेपर लीक से संबंधित है, जबकि गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र की बाकी FIR फर्जी अभ्यर्थियों और धोखाधड़ी से संबंधित हैं। हाल ही में NIT जमशेदपुर के एक बीटेक और 2 MBBS छात्रों को गिरफ्तार किया गया। इससे पहले भी 5 MBBS छात्रों को गिरफ्तार किया गया था। अब तक कुल 21 लोगों की गिरफ्तारी CBI ने की है।
NEET-UG को लेकर क्या है विवाद?
NEET-UG परीक्षा 5 मई को हुई थी। उस दौरान 8 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे। परीक्षा वाले दिन पटना से जले हुए पेपर भी बरामद किए गए थे। जब परिणाम जारी हुआ तो उसमें रिकॉर्ड 67 उम्मीदवारों ने ऑल इंडिया रैंकिंग (AIR-1) हासिल की थी। इसके बाद परीक्षा की निष्पक्षता को लेकर खूब हंगामा हुआ था और मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया था। कोर्ट ने कई दिनों की सुनवाई के बाद परीक्षा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है।