NEET विवाद पर बड़े फैसले; CBI करेगी जांच, NEET-PG भी स्थगित, NTA के महानिदेशक हटाए गए
राष्ट्रीय प्रवेश सह-पात्रता परीक्षा (NEET) के कथित पेपर लीक को लेकर सरकार एक्शन मोड में है। सरकार ने बीते 24 घंटे में 4 बड़े फैसले लिए हैं। इस पूरे मामले की जांच अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दी गई है। साथ ही राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को भी हटा दिया गया है। उनकी जगह भारतीय व्यापार प्रचार संगठन के प्रदीप सिंह खरोला को NTA का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
परीक्षा से एक दिन पहले NEET-PG स्थगित
स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रतियोगी परीक्षाओं की विश्वसनीयता पर उठे सवालों के बीच एहतियातन NEET-PG प्रवेश परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की है। यह कदम CSIR-UGC-NET को स्थगित किए जाने के एक दिन बाद उठाया गया है। बता दें कि आज (23 जून) को ही NEET-PG की परीक्षा होनी थी। मंत्रालय ने कहा कि ये फैसला छात्रों के हितों को देखते हुए लिया गया है जल्द ही परीक्षा की नई तारीख का ऐलान किया जाएगा।
CBI करेगी जांच
शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, "5 मई को आयोजित NEET-UG में अनियमितताओं के कुछ मामले सामने आए हैं। परीक्षा प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता के लिए यह निर्णय लिया गया कि मामले को जांच के लिए CBI को सौंप दिया जाए।" उन्होंने कहा, "सरकार परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित करने और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। अनियमितताओं में संलिप्त पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
पूर्व ISRO प्रमुख की अगुवाई में बनी समिति
शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षाओं का पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन सुनिश्चित करने के लिए विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व प्रमुख के राधाकृष्णन इसकी अध्यक्षता कर रहे हैं। 7 सदस्यीय इस समिति का काम NTA द्वारा आयोजित परीक्षाओं के पारदर्शी और कदाचार मुक्त आयोजन के लिए सुझाव देना है। इसके लिए परीक्षा प्रक्रिया का शुरू से अंत तक विश्लेषण किया जाएगा।
पेपर लीक को लेकर सख्त कानून लागू
सरकार ने पेपर लीक रोकने के लिए बनाए गए सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 को भी लागू कर दिया है। कानून के मुताबिक, सार्वजनिक परीक्षाओं में अनुचित साधनों के इस्तेमाल के लिए दोषी को 3 से 5 साल की सजा और 10 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। अगर संगठित अपराध किया जाता है तो न्यूनतम एक करोड़ रुपये के जुर्माने के साथ 5 से 10 साल तक की कैद की सजा दी जाएगी।
NEET को लेकर क्या है विवाद?
NEET UG परीक्षा का आयोजन 5 मई को हुआ था। उस दौरान 8 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे। परीक्षा वाले दिन पटना से जले हुए प्रश्न पत्र भी बरामद किए गए थे। जब परिणाम जारी हुआ तो उसमें रिकॉर्ड 67 उम्मीदवारों ने ऑल इंडिया रैंकिंग (AIR-1) हासिल की थी। सभी के 720 में से 720 अंक आए थे। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई हैं।