फ्रांस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विनायक दामोदर सावरकर को याद किया, क्या है कारण?
क्या है खबर?
फ्रांस के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने AI शिखर सम्मेलन के बाद राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ मार्सिले शहर का दौरा किया, जो प्रथम-द्वितीय विश्व युद्ध की यादें समेटे है।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी माजरग्यूज युद्ध कब्रिस्तान पहुंचे, जहां विश्व युद्ध में शरीद भारतीय सैनिकों की समाधि है। उन्होंने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान मोदी ने एक्स पर मार्सिले में 115 साल पुरानी घटना का जिक्र कर विनायक दामोदर सावरकर को भी याद किया।
महत्व
मोदी ने मार्सिले में सावरकर को क्यों किया याद?
मोदी ने लिखा, 'भारत की स्वतंत्रता की खोज में, मार्सिले शहर का विशेष महत्व है। यहीं पर महान वीर सावरकर ने साहसपूर्वक भागने का प्रयास किया था। मैं मार्सिले के लोगों और उस समय के फ्रांसीसी कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मांग की थी कि उन्हें ब्रिटिश हिरासत में न सौंपा जाए। वीर सावरकर की बहादुरी पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी!'
बता दें कि भारतीय सैनिकों की समाधि राष्ट्रमंडल युद्ध कब्र आयोग ने बनावाई हैं।
घटना
मार्सिले से सावरकर के जुड़ाव की क्या है कहानी?
भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के दौरान, सावरकर को गिरफ्तार कर मुकदमे के लिए ब्रिटिश जहाज मोरिया से भारत लाया जा रहा था, तब उन्होंने 8 जुलाई, 1910 को कैद से भागने का प्रयास किया था।
कहा जाता है सावरकर जहाज के पोर्टहोल से निकलकर तैरते हुए किनारे पहुंच गए थे, लेकिन बाद में उन्हें फ्रांसीसी अधिकारियों ने पकड़ लिया और उन्हें ब्रिटिश जहाज अधिकारियों की हिरासत में वापस सौंप दिया था।
इसके बाद उन्हें काला पानी की सजा हुई।
महत्व
मार्सिले शहर का भारत के लिए क्या है महत्व?
मार्सिले में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने शहर में भारत के नए महावाणिज्य दूतावास का उद्घाटन किया है।
मार्सिले दक्षिणी फ्रांस में है और यह देश का दूसरा सबसे बड़ा शहर होने के साथ बंदरगाह भी लिए है, जिससे व्यापार का बड़ा केंद्र है।
मार्सिले भूमध्य सागर के तट पर भारत-फ्रांस के लिए एक व्यापारिक गेटवे का काम करता है।
यह भारत-मध्य पूर्व-यूरोप इकॉनोमिक कॉरिडोर के प्रमुख एंट्री प्वाइंट में से एक है।
जानकारी
फ्रांस से अमेरिका जाएंगे मोदी
प्रधानमंत्री मोदी पिछले 2 साल में छठी बार फ्रांस पहुंचे हैं और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की है। फ्रांस के बाद मोदी सीधे अमेरिकी की 2 दिवसीय यात्रा के लिए रवाना होंगे। वे 13 फरवरी को वहां निवनियुक्त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे।