फ्रांस शासित न्यू कैलेडोनिया में क्यों सड़कों पर उतरी जनता, अब तक क्या-क्या हुआ?
क्या है खबर?
फ्रांस द्वारा शासित न्यू कैलेडोनिया द्वीप पर बीते 4 दिनों से हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं, जिनमें अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है और 64 घायल हैं।
पुलिस ने 200 से भी ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है और आपातकाल की घोषणा कर दी है। भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
आइए जानते हैं कि न्यू कैलेडोनिया में क्यों हिंसा हो रही है।
हिंसा
क्यों हो रही है हिंसा?
दरअसल, हाल ही में फ्रांस ने एक विधेयक पारित किया है। इसके तहत न्यू कैलेडोनिया में 10 साल से ज्यादा समय से रह रहे बाहरी लोगों को भी मतदान का अधिकार दिए जाने की योजना है। इससे स्थानीय कनक लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।
उनका मानना है कि विधेयक से मूल निवासियों के वोटों की अहमियत कम हो जाएगी और द्वीप को आजादी मिलने की बची-कुची उम्मीद भी खत्म हो जाएगी।
प्रदर्शन
कितने व्यापक हैं प्रदर्शन?
न्यू कैलेडोनिया की 3 नगर पालिकाओं में 5,000 से भी ज्यादा प्रदर्शनकारी प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने सड़कें बंद कर दी हैं, वाहनों में आग लगा दी है और दुकानों को लूट लिया है।
पुलिस ने अब तक 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है और कई पुलिसकर्मी घायल हुई हैं। 3 प्रदर्शनकारी और 2 पुलिसकर्मियों की मौत हुई है। पुलिस ने आपातकाल की घोषणा कर दी है और टिक-टॉक पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
प्रतिबंध
हिंसा पर काबू करने के लिए सख्त प्रतिबंध लागू
BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, आपातकाल के तहत, अधिकारियों ने रात के समय कर्फ्यू लगा दिया है और सार्वजनिक समारोहों, हथियार ले जाने और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध है। सभी स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है और राजधानी नौमिया के हवाई अड्डे को वाणिज्यिक विमानों के लिए बंद कर दिया गया है।
प्रदर्शनों से जुड़े 10 कार्यकर्ताओं को नजरबंदी में रखा गया है। हालांकि, अभी भी कुछ हिस्से सरकार के नियंत्रण से बाहर बताए जा रहे हैं।
पुलिस
फ्रांस ने भेजा अतिरिक्त पुलिस बल
हालात बिगड़ते देख फ्रांस ने न्यू कैलेडोनिया में अतिरिक्त पुलिस बल को भेजा है। समाचार एजेंसी AFP के अनुसार, फ्रांसीसी सेना-नियंत्रित ला टोंटौटा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पुलिस बल पहुंच चुका है, जिन्हें राइफलें लेकर राजधानी नौमिया में घूमते देखा जा सकता है।
फ्रांस के प्रधानमंत्री गेब्रियल अटाल ने कहा कि क्षेत्र में पहले से मौजूद 1,700 पुलिस कर्मियों के अलावा लगभग 1,000 अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजे जा रहे हैं।
फ्रांस
कैसे फ्रांस के कब्जे में आया न्यू कैलेडोनिया?
न्यू कैलेडोनिया में 1774 में पहली बार ब्रिटिश नाविक जेम्स कुक व्यापार के लिए पहुंचा था। इसी उद्देश्य से फ्रांसीसी नाविक एंटॉइन डी ब्रूनी भी यहां पहुंचा।
फ्रांस और ब्रिटेन में ज्यादा से ज्यादा देशों पर कब्जा करने की होड़ थी, जिसके चलते 1843 से फ्रांस ने अपनी नौसेना यहां भेजी। ब्रिटेन-फ्रांस में जंग के बाद 1853 में ये द्वीप फ्रांस के कब्जे में आ गया। यहां के मूलनिवासी फ्रांसिसी शासन का विरोध करते हैं।