डोनाल्ड ट्रंप की उच्चतम टैरिफ पर भारत और चीन को चेतावनी, कहा- ऐसा नहीं होने देंगे
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को भारत, चीन और ब्राजील को उच्चतम टैरिफ लगाने वाला करार देते हुए कहा कि उनकी सरकार इन तीनों देशों को लगातार ऐसा नहीं करने देगी।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि वह अब ऐसा और नहीं होने देंगे, क्योंकि वह अमेरिका को सबसे पहले रखते हैं। ऐसे में वह अब उन देशों पर अधिक टैरिफ लगाएंगे, जो अमेरिका को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं।
आइए जानते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा।
बयान
राष्ट्रपति ने ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने सोमवार को फ्लोरिडा में कहा, "हम उन बाहरी देशों और लोगों पर शुल्क लगाने जा रहे हैं, जो वास्तव में हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। उनका इरादा भले ही हमें नुकसान पहुंचाना है, लेकिन वे खासतौर से अपने देश को अच्छा बनाना चाहते हैं।"
उन्होंने कहा, "चीन एक जबरदस्त टैरिफ निर्माता है और भारत, ब्राजील सहित कई अन्य देश हैं, लेकिन हम ऐसा अब और नहीं होने देंगे क्योंकि हम अमेरिका को सबसे पहले रखने जा रहे हैं।"
दावा
अमेरिका स्थापित करेगा निष्पक्ष प्रणाली- ट्रंप
ट्रंप ने कहा, "अमेरिका एक बहुत निष्पक्ष प्रणाली स्थापित करेगा, जहां हमारे खजाने में धन आएगा और अमेरिका दोबारा से बहुत अधिक समृद्ध हो जाएगा। हम यह बहुत जल्द करने जा रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "अन्य देशों को समृद्ध बनाने के लिए अपने नागरिकों पर कर लगवाने के बजाय अब हम अपने नागरिकों को समृद्ध बनाने के लिए दूसरे देशों पर ट्रैरिफ लगाएंगे और अधिक टैक्स लगाएंगे। यही सबसे अहम रास्ता है।"
सलाह
ट्रंप ने अमेरिकी कंपनियों को क्या दी सलाह?
पिछले सप्ताह अपने उद्घाटन भाषण का उल्लेख करते हुए ट्रंप ने कहा, "जैसे-जैसे अन्य देशों पर शुल्क बढ़ेगा तो अमेरिकी श्रमिकों और व्यवसायों पर टैक्स अपने आप कम हो जाएगा। अगर कंपनियां टैरिफ से बचना चाहती हैं तो उन्हें दूसरे देशों की जगह अपने देश अमेरिका में आकर विनिर्माण इकाइयां स्थापित करनी चाहिए।"
उन्होंने कहा, "हमें उत्पादन वापस लाना होगा। एक समय था जब हम एक दिन में एक जहाज बनाते थे। अब हम ऐसा नहीं कर सकते।"
चेतावनी
ट्रंप पहले भी दे चुके हैं 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की चेतावनी
राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने चुनाव अभियान के दौरान चीन, भारत और ब्राजील से अमेरिका में आयात होने वाली वस्तुओं पर उच्चतम टैरिफ लगाया जाना लगातार चर्चा का विषय रहा था।
ट्रंप ने चुनाव जीतने के बाद BRICS देशों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की चेतावनी भी दी थी। इसके पीछे उनका उद्देश्य था कि ये देश ट्रैरिफ बढ़ने के डर से डॉलर को साझा मुद्रा के रूप में इस्तेमाल न करने की चर्चा बंद कर दें।
कारण
टैरिफ को लेकर क्यों सख्त दिख रहे हैं राष्ट्रपति ट्रंप?
रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप के ट्रैरिफ को लेकर दिए जा रहे सख्त बयानों का स्पष्ट आर्थिक एजेंडा है। वह इसके जरिए अमेरिका में विनिर्माण को बढ़ावा देने की उम्मीद कर रहे हैं।
अमेरिका प्रथम आर्थिक मॉडल के तहत जैसे-जैसे अन्य देशों पर टैरिफ बढ़ेंगे, वैसे ही अमेरिकी श्रमिकों और व्यवसायों पर टैक्स कम हो जाएंगे और बड़ी संख्या में नौकरियां और कारखानों की घर में वापसी हो सकेगी। यह ट्रंप की सोची समझी योजना है।
चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को की थी ट्रंप से बात
ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे फोन पर बात की थी। उस दौरान दोनों नेताओं ने विश्वसनीय साझेदारी की इच्छा जताई थी।
इसके बाद मंगलवार को बात सामने आई कि प्रधानमंत्री मोदी अगले महीने की शुरुआत में वाशिंगटन में ट्रंप से मुलाकात कर सकते हैं।
इसके बीच अब ट्रंप की यह चेतावनी देश को सोचने पर मजबूर करने वाली लग रही है।