महाराष्ट्र: अनलॉक पर सरकार का यू-टर्न, मंत्री के बयान पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने दी सफाई
क्या है खबर?
कोरोना वायरस से संबंधित पाबंदियों को हटाने के मुद्दे पर महाराष्ट्र सरकार ने चंद घंटों के अंदर ही यू-टर्न ले लिया है।
कल शाम पहले तो राज्य सरकार में मंत्री विजय वडेट्टिवार ने ऐलान कर दिया कि राज्य में शुक्रवार से पांच स्तरीय योजना के तहत पाबंदियां हटना शुरू हो जाएंगी, लेकिन फिर चंद घंटों बाद ही मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से मामले में सफाई आ गई।
कार्यालय ने कहा कि नए नियमों पर अभी भी चर्चा चल रही है।
ऐलान
मंत्री ने क्या ऐलान किया था?
राहत एवं पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टिवार ने कल मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ बैठक के बाद कहा था कि राज्य सरकार ने पांच स्तरीय अनलॉक का फैसला लिया है।
इसके तहत 5 प्रतिशत से कम पॉजीटिविटी रेट और 75 प्रतिशत खाली बेड वाले जिलों को लेवल 1 के तहत सभी पाबंदियां हटाने की अनुमति दी गई थी।
वहीं रेड जोन वाले जिलों को लेवल 5 में डाला गया था और यहां कम से कम पाबंदियां हटनी थीं।
जानकारी
लेवल 2 में डाली गई थी मुंबई
इस योजना के तहत देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को लेवल 2 में डाला गया था। वडेट्टिवार ने कहा था कि मुंबई में लगी ज्यादातर पाबंदियां हट जाएंगी, लेकिन शहर की लाइफलाइन लोकल ट्रेन सेवा को अभी शुरू नहीं किया जाएगा।
यू-टर्न
मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा- अभी नहीं लिया गया कोई अंतिम फैसला
हालांकि वडेट्टिवार के इस ऐलान के चंद घंटे बाद ही मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि अभी तक पाबंदियां हटाने पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है।
बयान में कहा गया कि अभी पाबंदियां नहीं हटाई गई हैं और नए नियमों पर अभी भी चर्चा हो रही है।
सरकार ने कहा, "हमने कोरोना संक्रमण को पूरी तरह नहीं रोका है। कुछ ग्रामीण इलाकों में संक्रमण अभी भी बढ़ रहा है। "
बयान
सरकार जल्द जारी करेगी गाइडलाइंस
अपने बयान में सरकार ने आगे कहा, "पाबंदियों से राहत देने के लिए ब्रेक-द-चैन शुरू हो गया है। आपदा प्रबंधन विभाग पांच स्तरों, साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट और ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता पर गौर कर रहा है। इन चीजों के आधार पर पाबंदियों को घटाने या बढ़ाने की विस्तृत गाइडलाइंस सरकार जारी करेगी।"
सरकार ने कहा कि चरणों में पाबंदियां हटाने के प्रस्ताव पर पूरी समीक्षा के बाद ही फैसला लिया जाएगा।
बयान
देवेंद्र फडणवीस ने सरकार पर साधा निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस यू-टर्न के लिए महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है। ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, 'क्या खुला है और क्या बंद है? लॉक या अनलॉक?' उन्होंने पूछा कि लोग प्रेस कॉन्फ्रेंस पर भरोसा करें या प्रेट नोट पर।
पाबंदियां
महाराष्ट्र में 14 अप्रैल से लागू हैं पाबंदियां
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से सबसे पहले और सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले महाराष्ट्र में मध्य अप्रैल से ही कड़ी पाबंदियां लगी हुई हैं।
सबसे पहले 14 अप्रैल को राज्य सरकार ने पूरे महाराष्ट्र में धारा 144 लागू करते हुए लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लगाए थे। इसके बाद से कई बार इन पाबंदियों को बढ़ाया जा चुका है।
इनका फायदा भी हुआ है और दैनिक मामले लगभग 68,000 के चरम से घटकर 15,000 के आसपास आ गए हैं।
कोरोना का कहर
महाराष्ट्र और मुंबई में क्या है महामारी की स्थिति?
महाराष्ट्र में बीते दिन 15,229 लोगों को संक्रमित पाया गया, वहीं 307 मरीजों की मौत हुई।
इसी के साथ यहां कुल संक्रमितों की संख्या 57,91,413 पहुंच गई है। इनमें से 2,04,974 सक्रिय मामले हैं, 54,86,206 लोग ठीक हो चुके हैं और 97,394 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
मुंबई में बुधवार को 985 मामले सामने आए और 27 मौतें हुईं। इसी के साथ यहां कोरोना के कुल 7,08,968 मामले हो चुके हैं और 14,965 लोगों की मौत हुई है।