ओमिक्रॉन के खतरे पर बोले केजरीवाल, कहा- रोजाना 1 लाख मामले संभालने की है तैयारी
क्या है खबर?
दिल्ली में ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की।
बैठक में ओमिक्रॉन के खतरे पर केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने रोजाना तीन लाख टेस्ट करने और एक लाख मामले संभालने की क्षमता हासिल कर ली है।
बैठक का उद्देश्य कोरोना वायरस के खिलाफ तैयारियों और होम आइसोलेशन का आंकलन करना था।
राष्ट्रीय राजधानी में अब तक नए ओमिक्रॉन वेरिएंट के 64 मामले सामने आ चुके हैं।
आइसोलेशन
दिल्ली में होम आइसोलेशन बनेगा मुख्य हथियार- केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि ओमिक्रॉन से लड़ाई में होम आइसोलेशन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा "होम आइसोलेशन में रोजाना एक लाख मरीजों को परामर्श देने और उनकी सहायता करने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए एक एजेंसी को काम पर रखा गया है।"
केजरीवाल ने कहा कि देखा गया कि ओमिक्रॉन के मामलों में अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ती है, इसलिए होम आइसोलेशन के माध्यम से ओमिक्रॉन के खतरे से निपटा जाएगा।
ऑक्सीजन
केजरीवाल का आश्वासन- ऑक्सीजन सप्लाई की जाएगी सुनिश्चित
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने और ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित करने की व्यवस्था की जा रही है।
उन्होंने कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए 15 ऑक्सीजन टैंकर काम पर लगाए जाएंगे। इसके अलावा आने वाले महीनों के लिए दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक भी रखा जाएगा और होम आइसोलेशन के मरीजों को 10 दिन तक चिकित्सीय परामर्श दिया जाएगा।
दिल्ली में बुधवार को कोविड के 125 मामले सामने आए।
पाबंदी
दिल्ली में क्रिसमस और नए साल के जश्न पर लगी पाबंदी
बता दें कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने बुधवार को क्रिसमस और नए साल के जश्न के लिए होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों और समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया था।
DDMA की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, "जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस उपायुक्त यह सुनिश्चित करेंगे कि दिल्ली में कहीं भी क्रिसमस या नए साल का जश्न मनाने के लिए कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम, सभा या समारोह आयोजित नहीं किया जाए।"
कोर्ट
पाबंदियों के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका
DDMA के आदेश पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं।
दिल्ली में क्रिसमस और नए साल के मौके पर धार्मिक स्थलों पर धार्मिक सभाओं के आयोजन पर लगी रोक को चुनौती देते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है।
याचिका में क्रिसमस और नए साल के मौके पर चर्चों में प्रार्थना करने की अनुमति देने की मांग की गई है।
दिल्ली हाईकोर्ट शुक्रवार को इस याचिका पर सुनवाई करेगा।