बेंगलुरु में लगेंगे AI वाले स्मार्ट वाटर मीटर, जल बर्बादी और राजस्व हानि रोकने की योजना
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (BWSSB) बेहिसाब पानी के खर्च और राजस्व हानि को कम करने के लिए AI वाले स्मार्ट वाटर मीटर लगाने की तैयारी कर रहा है। बोर्ड अधिकारियों ने बताया कि पहले स्मार्ट जल मीटरों को केवल वाणिज्यिक उपयोगकर्ताओं के लिए लागू करेंगे, बाद में इसे अन्य उपभोक्ताओं के लिए लागू किया जाएगा। सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) के तहत पहले चरण में थोक उपभोक्ताओं के लिए 2,000 स्मार्ट जल मीटर स्थापित किए जाएंगे।
सफल होने के बाद पूरे शहर में लगेंगे मीटर
मनीकंट्रोल के मुताबिक, बोर्ड के चेयरमैन वी राम प्रसाद मनोहर ने बताया कि शहर में कावेरी जल का लगभग 41 प्रतिशत हिस्सा आपूर्ति होता है, जिसमें लगभग 10 प्रतिशत वाणिज्यिक कनेक्शनों द्वारा खपत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन उपयोगकर्ताओं के लिए AI-सक्षम स्मार्ट मीटर लगाने की योजना हैं, क्योंकि पानी बर्बादी को रोकने से बोर्ड को अधिक बचत करने में मदद मिलेगी। पहला चरण सफल होने पर जिला मीटरिंग क्षेत्रों (DMA) में 98,000 मीटर लगाया जाएगा।
बेंगलुरु में खूब हो रहा पानी बर्बाद
बेंगलुरु में 10.9 लाख उपभोक्ताओं को 100 प्रतिशत मीटरिंग सेवा देता है, जिससे पानी आपूर्ति के आंकड़े रिकॉर्ड होते हैं, लेकिन इन मीटरों की भी सीमा है। मैकेनिकल मीटर में जल हानि का रिकॉर्ड न मिलने से काफी राजस्व का नुकसान हो रहा है इसलिए AI मीटर लगाए जा रहे हैं। बोर्ड ने बताया कि वह रोजाना 1,450 मिलियन लीटर (MLD) पानी की आपूर्ति करता है, लेकिन इसमें 30.7 प्रतिशत पानी बर्बाद होता है, जो उच्चतम स्तर पर है।