अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सेना का चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, दोनों पायलटों की मौत
अरुणाचल प्रदेश के मंडला पहाड़ी क्षेत्र के पास भारतीय सेना का चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सेना ने कहा कि गुरुवार सुबह 9:15 बजे करीब चीता हेलीकॉप्टर का एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से संपर्क टूट गया था। इस दुर्घटना के बाद से चालक दल में शामिल लेफ्टिनेंट कर्नल वीवीबी रेड्डी और उनके सह पायलट मेजर जयंत ए की मौत हो गई है, उनकी खोजबीन के लिए सेना ने सर्च अभियान चलाया हुआ था।
हेलीकॉप्टर सवार दोनों पायलटों की मौत- सेना
इस मामले में गुवाहाटी के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने इस हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की पुष्टि की है। कर्नल रावत कहा कि हेलीकॉप्टर उड़ान के कुछ देर बाद बोमडिला शहर के पश्चिम मंडला के पास दुघर्टनाग्रस्त हो गया था। उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर अपनी नियमित उड़ान पर था और अभी तक हादसे की वजह का पता नहीं चल पाया है। इस दुघर्टना में हेलीकॉप्टर सवार दोनों पायलटों की मौत हो गई।
दिवंगत पायलटों को सेना ने दी श्रद्धांजलि
पिछले साल तवांग में हुआ था चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त
पिछले साल भी अरुणाचल प्रदेश में उड़ान भरते समय एक चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उस समय यह दुर्घटना तवांग जिले के अग्रिम क्षेत्र में हुई थी, जिसमें एक लेफ्टिनेंट कर्नल और उसका सह पायलट गंभीर रूप से घायल हो गए थे। राहत और बचाव कार्य के बाद दोनों घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिनमें से इलाज के दौरान कर्नल सौरभ यादव का निधन हो गया था।
क्या है चीता हेलीकॉप्टर की खासियत?
भारतीय सेना में चीता हेलीकॉप्टर कई सालों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। चीता हेलीकॉप्टर को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा बनाया गया है। यह 5 सीट वाला बहुउद्दश्यीय हेलीकॉप्टर है। चीता हेलीकॉप्टर का वजन 1,950 किलोग्राम के करीब है और यह हेलीकॉप्टर 192 किलोमीटर प्रति घंटे की गति उड़ान भर सकता है। यह सियाचिन जैसे दुर्गम इलाकों में आसानी से सैन्य जरूरत का सामान पहुंचा सकता है। इस हेलीकॉप्टर ने करगिल युद्ध के दौरान अहम भूमिका निभाई थी।
पिछले 6 सालों में हुए 19 हेलीकॉप्टर हादसे
पिछले 6 सालों में 19 हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुए हैं। 17 दिसंबर, 2022 को लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने कहा था कि 2017 से लेकर 2021 तक 15 हादसे हुए थे। इसके बाद 2022 में अक्टूबर महीने में दो हादसे हुए थे, जबकि इसी महीने की 14 तारीख को नौसेना के ध्रुव हेलीकॉप्टर की मुंबई तट पर आपातकालीन लैंडिंग हुई थी और फिर यह हादसा हुआ है।