केरल में शुरू होगी देश की पहली वाटर मेट्रो सर्विस, जानिए क्या हैं इसकी खासियत
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज केरल के कोच्चि में देश की पहली वाटर मेट्रो सर्विस का उद्घाटन करने वाले हैं। ये वाटर मेट्रो सर्विस कोच्चि शहर को आसपास के 10 टापुओं से जोड़ेगी।
इस परियोजना में 78 इलेक्ट्रिक नाव और 38 टर्मिनल्स शामिल हैं और इससे राज्य में पर्यटन की गतिविधियों को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
आइए जानते हैं कि इस वाटर मेट्रो परियोजना को शुरू करने का उद्देश्य और इसकी खासियत क्या हैं।
प्रोजेक्ट
वाटर मेट्रो प्रोजेक्ट का उद्देश्य
केरल में जल परिवहन को विस्तार देने के उद्देश्य से 1,136.83 करोड़ रुपये की लागत से इस वाटर मेट्रो को तैयार किया गया है। इससे बढ़ते वायु प्रदूषण को कम किया जा सकेगा और साथ ही भीड़ को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी।
जल परिवहन रेल और सड़क परिवहन की तुलना में बेहतर है। इस प्रोजेक्ट में शामिल नाव वातानुकूलित हैं और यात्रियों को बिना जाम में फंसे समय से गंतव्य तक पहुंचा देंगी।
ट्विटर पोस्ट
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने किया ट्वीट
The world-class #KochiWaterMetro is setting sail! It is Kerala's dream project connecting 10 islands in and around Kochi. KWM with 78 electric boats & 38 terminals cost 1,136.83 crores, funded by GoK & KfW. Exciting times are ahead for our transport and tourism sectors! pic.twitter.com/XTvUyqw59D
— CMO Kerala (@CMOKerala) April 22, 2023
सेवा
हर 15 मिनट में मिलेगी वाटर मेट्रो सर्विस
कोच्चि में वॉटर मेट्रो में यात्रा की कीमत काफी कम होगी और ट्रैफिक नहीं होने की वजह से इससे समय की भी बचत होगी। प्रारंभिक यात्रा में मेट्रो 15 जलमार्गों पर 76 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और लोगों को हर 15 मिनट में आवाजाही के लिए ये मेट्रो मिलेगी।
हर दिन लोगों को 12 घंटे तक यह सुविधा मिलेगी। अभी शुरुआत में 23 नाव और 14 टर्मिनल हैं। प्रत्येक मेट्रो में 50 से 100 यात्री बैठ सकते हैं।
सुरक्षित
नावों में लगी हैं LTO की बैटरियां
केरल के कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित सभी नौकाएं हाइब्रिड और बैटरी चालित हैं। इन नावों में लिथियम टाइटेनेट ऑक्साइड (LTO) की बैटरियां लगी हैं, जिन्हें लगभग 15 मिनट में चार्ज किया जा सकता है।
LTO बैटरियों की उम्र 7 से 10 साल के बीच होती है, जो इन्हें न केवल दुनिया में सबसे लंबे समय तक चलने वाली व्यावसायिक रूप से सुलभ बैटरी बनाती है, बल्कि ये सबसे सुरक्षित भी हैं।
विकलांग
हाइब्रिड इलेक्ट्रिक नावों में दिव्यागों के लिए बनाए गए हैं रैंप
कोच्चि मेट्रो रेल प्रोजेक्ट (KMRL) के मुख्य महाप्रबंधक शाजी पीजे ने मुताबिक, नावों में स्वचालित बोट लोकेटिंग सिस्टम और यात्री नियंत्रण प्रणाली सहित आधुनिक सुरक्षा विशेषताएं मौजूद हैं। ये नाव 8 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी और इनमें यात्रियों के लिए मोबाइल चार्जिंग की सुविधा भी होगी।
इसके अलावा कोच्चि वाटर मेट्रो को दिव्यांगों के अनुकूल बनाया गया है। इन नावों में चढ़ने और उतरने के लिए रैंप बनाए गये हैं।
कोच्चि 1 कार्ड
कोच्चि मेट्रो और वाटर मेट्रो में चलेगा एक ही कार्ड
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोच्चि वाटर मेट्रो परियोजना केरल सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है। ऐसे में यात्री 'कोच्चि 1' कार्ड का इस्तेमाल करके कोच्चि मेट्रो और वाटर मेट्रो दोनों में यात्रा कर सकते हैं। इसके साथ ही यात्री डिजिटल तरीके से भी टिकट बुक करवा सकते हैं।
इन वातानुकूलित हाइब्रिड नाव में यात्रा के लिए न्यूनतम टिकट 20 रुपये की रखी गई है, जबकि नियमित यात्रियों को साप्ताहिक और मासिक पास की सुविधा मिलेगी।