उत्तराखंड आपदा: प्रधानमंत्री मोदी रख रहे स्थिति पर नजर, अमित शाह ने दिया मदद का भरोसा
उत्तराखंड के जोशीमठ के पास गलेशियर टूटने से आई आपदा के बाद कई जगहों पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। राष्ट्रपति कोविंद ने भी आपदा पर चिंता व्यक्त की है। दूसरी तरफ खुद प्रधानमंत्री मोदी आपदा के बाद की स्थितियों पर नजर रख रहे हैं। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आपदा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (NDRF) की टीमों को दिल्ली से उत्तराखंड भेजा जा रहा है।
रविवार सुबह टूटा ग्लेशियर
रविवार को चमोली जिले में जोशीमठ के पास ग्लेशियर टूटने से एक बांध टूट गया। इस वजह से आसपास के इलाकों में भारी तबाही देखने को मिल रही है। खबरों के अनुसार, इलाके के कई घर और लोग पानी के तेज बहाव में बह गए हैं और अलकनंदा और धौलीगंगा आदि नदियां पूरे उफान पर हैं। प्रशासन ने ऋषिकेश से लेकर हरिद्वार तक के इलाकों को अलर्ट कर दिया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
राष्ट्रपति ने चिंता व्यक्त की
राष्ट्रपति कोविंद ने आपदा पर चिंता व्यक्त करते हुए ट्विटर पर लिखा कि इससे इलाके में भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने लोगों की सुरक्षा की कामना करते हुए उम्मीद जताई कि राहत और बचाव कार्य सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
स्थिति पर नजर रख रहे प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी लगातार वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं लगातार उत्तराखंड में हालातों पर नजर रख रहा हूं। पूरा देश उत्तराखंड के साथ है और लोगों की सलामती की दुआ कर रहा है। लगातार वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर रहा हूं और NDRF की तैनाती, उनके राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ले रहा हूं।' बता दें, प्रधानमंत्री मोदी आज असम और बंगाल दौरे पर हैं।
अमित शाह ने दिया हरसंभव मदद का आश्वासन
गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात कर उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। शाह ने ट्वीट किया, 'उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा की सूचना के सम्बंध में मैंने मुख्यमंत्री, DG ITBP व DG NDRF से बात की है। सभी सम्बंधित अधिकारी लोगों को सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। NDRF की टीमें बचाव कार्य के लिए निकल गयी हैं। देवभूमि को हर सम्भव मदद दी जाएगी।'
राहुल गांधी ने व्यक्त की संवेदनाएं
अब तक तीन लाशें मिलीं
राहत कार्य चला रहे बलों को अब तक तीन लाशें मिल चुकी हैं और अभी भी 150 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने हादसे में 100 से 150 लोगों की मौत की आशंका जताई है। राज्य प्रशासन ने बाढ़ से प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। लोग1905, 1070 या 9557444486 पर संपर्क कर मदद मांग सकते हैं।