H3N2 वायरस से गुजरात में पहली मौत, देश में अब तक कुल 7 मौतें
क्या है खबर?
इंफ्लुएंजा H3N2 वायरस के कारण गुजरात में पहली मौत होने की बात सामने आई है।
बतौर रिपोर्ट्स, देश के कई हिस्सों में तेजी से फैल रहे इस वायरस के कारण जान गंवाने वालों की कुल संख्या बढ़कर 7 हो गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 2 जनवरी से 5 मार्च के बीच देशभर में इस वायरस के कुल 451 मामले सामने आए हैं।
इसके अलावा H1N1 वायरस के भी कई मामले सामने आ चुके हैं।
जानकारी
हाइपरटेंशन की मरीज थी मृतक महिला
गुजरात के वडोदरा में H3N2 वायरस से जान गंवाने वाली 58 वर्षीय महिला हाइपरटेंशन की मरीज थी। बतौर रिपोर्ट्स, महिला को सांस लेने में दिक्कत होने के बाद कुछ दिन पहले SSG अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां पर उसका इलाज चल रहा था।
मौत
3 अन्य राज्यों में हुई हैं 6 लोगों की मौत
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, H3N2 वायरस के कारण पंजाब, कर्नाटक और हरियाणा में 6 लोगों की मौत हुई है।
10 मार्च को कर्नाटक के हासन जिले में 82 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई थी, जबकि 24 फरवरी से अस्पताल में भर्ती एक अन्य बुजुर्ग की 1 मार्च को मौत हो गई थी।
उनके सैंपल 6 मार्च को जांच के लिए भेजे गए थे, जिसमें उनके H3N2 वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।
मामले
भारत में वायरल बुखार के मामलों में हुई है बढ़ोतरी
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने वायरल बुखार के मामलों में हुई बढ़ोतरी के पीछे H3N2 वायरस को जिम्मेदार बताया है, जो इंफ्लुएंजा A का ही एक प्रकार है।
IMA के मुताबिक, अक्टूबर से फरवरी के बीच इंफ्लुएंजा और दूसरे वायरस की वजह से इस तरह का बुखार आना सामान्य है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, इंफ्लुएंजा वायरस 4 तरह के होते हैं- A, B, C और D। इनमें से A और B वायरस एक विशेष सीजन में फैलते हैं।
सतर्कता
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को लिखा था पत्र
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने इंफ्लुएंजा H3N2 वायरस के बढ़ते मामलों के बीच कुछ राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में वृद्धि को लेकर राज्यों को पत्र लिखते हुए चिंता जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि राज्यों को इस संबंध में जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है।
भूषण ने कहा था कि इंफ्लुएंजा H3N2 वायरस के मामलों को देखते हुए श्वसन संबंधी एकीकृत निगरानी तंत्र के दिशा-निर्देशों का पालन भी किया जाना चाहिए।
वायरस
क्या होता है H3N2 वायरस?
इंसानों में H3N2 वायरस की पहली बार पहचान जुलाई, 2011 में हुई थी।
इससे पहले 2010 में ये सूअरों में पाया गया था। इसे 'हांगकांग फ्लू' के नाम से भी जाना जाता है।
पहली बार 2012 में इस वायरस की वजह से बड़े पैमाने पर लोग संक्रमित हुए थे। तब 309 लोग इस वायरस की चपेट में आ गए थे, जिनमें से 16 को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था और एक की मौत हो गई थी।
लक्षण
क्या हैं H3N2 वायरस से संक्रमण के लक्षण?
चिकित्सकों का कहना है कि इंफ्लुएंजा H3N2 वायरस से ग्रसित मरीजों को गले में खराश, खांसी, शरीर में दर्द और नाक बहने की शिकायत होती है और यह वायरस तेजी से म्यूटेट हुआ है, जिसके कारण इसके खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।
H1N1 की वजह से कई साल पहले महामारी फैली थी और H3N2 इसी वायरस का स्ट्रेन है। यह एक सामान्य इंफ्लुएंजा स्ट्रेन है और कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में इसका संक्रमण फैल रहा है।