झूठा है खट्टर सरकार का 4,200 गांवों में 24 घंटे बिजली देने का दावा, जानें सच्चाई
हरियाणा सरकार ने साल 2015 में 'म्हारा गांव जगमग गांव' योजना शुरू की थी। इसके तहत गांवों में सभी मीटर घरों के बाहर लगे थे। सरकार का कहना था कि इससे लाइन लॉस कम होगा और गांव को 24 घंटे बिजली मिलेगी। योजना लागू हुए पांच साल हो चुके हैं। सरकार का दावा है कि इस योजना से लगभग 4,200 गांवों को 24 घंटे बिजली मिल रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
केवल 70 गांवों में 24 घंटे आती है बिजली
भास्कर की पड़ताल के मुताबिक, सरकार के दावे के उल्ट केवल 70 गांव ही ऐसे हैं जहां 24 घंटे बिजली रहती है। बाकी गांवों में दिन में कई घंटों तक कट लगते हैं, जिससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। कई गांवों में अब भी हालात पुराने जैसे हैं। लोगों का कहना है कि सरकार ने मीटर तो बाहर लगवा दिए, लेकिन 24 घंटे बिजली देने के लिए कुछ नहीं किया। दिन में अब भी कई बार कट लगते हैं।
कागजों में खानापूर्ति कर रहे अधिकारी
इस योजना को कई चरणों में पूरा किया जाना था। जब एक चरण के गांवों के मीटर बाहर लग जाए, लाइन लॉस कम हो जाए और उन गांवों में 24 घंटे बिजली मिलने लगे तब अगला चरण शुरू करना होता है। भास्कर के मुताबिक, अधिकारी कागजों में ऐसे गांवों की संख्या बढ़ाते जा रहे हैं। महज कुछ औपचारिकताओं को पूरा कर गांवो को जगमग घोषित किया जा रहा है, जबकि असल स्थिति पर नजर नहीं डाली जा रही।
ये है योजना का जमीनी हाल
रिपोर्ट के मुताबिक, 70 गांव ऐसे हैं जहां 24 घंटे बिजली मिल रही है। 500 गांव ऐसे हैं जहां मीटर बाहर लग गए, लेकिन 18 घंटे से ज्यादा बिजली नहीं मिल रही। 400 ऐसे गांवों में 15 घंटे से भी कम बिजली मिल रही है। वहीं 1,000 गांव ऐसे हैं, जहां मीटर बाहर लगने के बावजूद बिजली चोरी नहीं रुक रही। इस वजह से लाइन लॉस कम नहीं हो रहा है। वहीं कई गांवों में मीटर बाहर नहीं लगे हैं।
पंचायतें और अधिकारी अटका रहे रोड़े
रिपोर्ट में कहा गया है कि कई गांवों में 24 घंटे बिजली न मिलनी की वजह वहां की पंचायत और दूसरे अधिकारी हैं। कई गांवों में लगी स्ट्रीट लाइटों के लिए अलग से मीटर की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में ये चोरी की बिजली से चलाई जा रही है। ऐसा ही हाल पानी के लिए लगे सबमर्सिबल पंपो का है। ये भी चोरी की बिजली से चल रहे हैं। इसकी वजह से लाइन लॉस कम नहीं हो पा रहा।
सरकार के विधायकों में गांव भी जगमग नहीं
रिपोर्ट में कई ऐसे मामले में भी सामने आये जो सत्ताधारी पार्टी के विधायकों पर सवाल खड़े करते हैं। पानीपत ग्रामीण से विधायक और पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के गांवों में अभी तक मीटर बाहर नहीं लगे हैं।