NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / जानें कौन हैं देश के पहले लोकपाल पिनाकी चंद्र घोष, शांत स्वभाव के शानदार जज
    अगली खबर
    जानें कौन हैं देश के पहले लोकपाल पिनाकी चंद्र घोष, शांत स्वभाव के शानदार जज

    जानें कौन हैं देश के पहले लोकपाल पिनाकी चंद्र घोष, शांत स्वभाव के शानदार जज

    लेखन मुकुल तोमर
    Mar 18, 2019
    01:14 pm

    क्या है खबर?

    सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज पिनाकी चंद्र घोष देश के पहले लोकपाल बन सकते हैं।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, प्रख्यात कानूनविद मुकुल रोहतगी की चयन समिति ने लोकपाल के लिए उनके नाम की सिफारिश की है और आज इसकी औपचारिक घोषणा हो सकती है।

    नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक का बहिष्कार किया था।

    आइए देश के पहले लोकपाल बनने जा रहे घोष के जीवन के बारे में आपको बताते हैं।

    शुरुआती जीवन

    वकील परिवार में हुआ था घोष का जन्म

    जस्टिस घोष का जन्म 28 मई, 1952 को एक वकील परिवार में हुआ था।

    उनके पिता स्वर्गीय शंभू चंद्र घोष कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे थे।

    घोष ने कोलकाता के सेंट जेवियर्स कॉलेज से B.Com किया और इसके बाद कलकत्ता विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की।

    घोष ने 1976 में पश्चिम बंगाल बार काउंसिल में पंजीकरण के साथ अपने करियर की शुरुआत की। नागरिक, कंपनी, मध्यस्थता और संविधान से जुड़े मामलों में उन्हें विशेषज्ञता हासिल है।

    कानूनी सफर

    वकील से सुप्रीम कोर्ट के जज तक का सफर

    घोष जुलाई 1997 में कलकत्ता हाई कोर्ट के जज बने और जून 2012 में उनका तबादला आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में हो गया।

    इसी साल दिसंबर में वह इसी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बन गए।

    मार्च 2013 में वह सुप्रीम कोर्ट के जज बने और यहीं से मई 2017 में वह रिटायर हुए।

    अभी वह राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य हैं।

    इसके अलावा वह पश्चिम बंगाल राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी चेयरमैन हैं।

    महत्वपूर्ण फैसले

    जयललिता को दोषी ठहराने वाली बेंच का हिस्सा थे घोष

    सुप्रीम कोर्ट में अपने कार्यकाल के दौरान तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता और उसकी सहयोगी वीके शशिकला को लेकर सुनाया गया घोष का फैसला उनके सबसे बड़े फैसलों में से एक है।

    वह फरवरी 2017 में जयललिता और शशिकला को आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी ठहराने वाली दो सदस्यीय बेंच का हिस्सा थे।

    इसके अलावा वह घरेलू हिंसा के मामले में तुरंत गिरफ्तारी पर रोक लगाने वाले बेंच का भी हिस्सा थे।

    स्वभाव

    शांत और मित्रतापूर्ण स्वभाव के लिए जाने जाते हैं घोष

    घोष के पुराने सहयोगी उन्हें शांत और मित्रतापूर्ण स्वभाव वाला व्यक्ति बताते हैं।

    सुप्रीम कोर्ट वकील बिकाश रंजन भट्टाचार्य के अनुसार वह फैसला देने में बहुत तेज थे और उनकी याद्दाश्त बहुत अच्छी थी। वह एक शानदार जज थे।

    बता दें कि 2011 में अन्ना हजारे के नेतृत्व में हुए लोकपाल आंदोलन के बाद तत्कालीन मनमोहन सरकार ने 2013 में लोकपाल कानून बनाया था, लेकिन तब से अब तक लोकपाल की नियुक्ति नहीं हो पाई थी।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    नरेंद्र मोदी
    अन्ना हजारे
    सुमित्रा महाजन

    ताज़ा खबरें

    गूगल क्रोम में आया नया जेमिनी AI असिस्टेंट, इस तरह करें उपयोग  गूगल
    लश्कर-ए-तैयबा का सह-संस्थापक आमिर हमजा लाहौर में घायल, अस्पताल में भर्ती पाकिस्तान समाचार
    #NewsBytesExclusive: फंगल इंफेक्शन क्यों एक बढ़ता हुआ खतरा है? त्वचा विशेषज्ञ से जानिए  त्वचा की देखभाल
    गूगल ने वीओ 3 और इमेजन 4 किया लॉन्च, क्या है इनकी खासियत? गूगल

    नरेंद्र मोदी

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनेगी बायोपिक, ये एक्टर निभाएगा लीड रोल बॉलीवुड समाचार
    लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार का बड़ा दांव, आर्थिक आधार पर सवर्णों को 10% आरक्षण तमिलनाडु
    मोदी सरकार के अंतिम बजट सत्र की तारीख तय, 1 फरवरी को पेश होगा अंतरिम बजट आरक्षण
    पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया तानाशाह, हिटलर से की तुलना कांग्रेस समाचार

    अन्ना हजारे

    अनशन पर बैठे अन्ना हजारे की धमकी- मांगें पूरी नहीं हुई तो लौटा दूंगा पद्म भूषण महाराष्ट्र

    सुमित्रा महाजन

    बिहार के मंत्री बोले- प्रियंका गांधी खूबसूरत, लेकिन खूबसूरती से चुनाव नहीं जीते जाते बिहार
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025