जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने किया NSA अजीत डोभाल पर हमले की योजना का खुलासा
क्या है खबर?
सुरक्षा बलों द्वारा गत दिनों गिरफ्तार किए गए जैश-ए-मोहम्मद (JeM) आतंकवादी द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल पर हमले की योजना का खुलासा करने के बाद डोभाल के घर और कार्यालय की सुरक्षा को मजबूत कर दिया गया है।
आतंकी को गत 6 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। आतंकी ने बताया कि उसने अपने पाकिस्तानी हैंडलर के निर्देशों पर दिल्ली में सरदार पटेल भवन सहित कई अन्य जगहों की रेकी की थी।
विवरण
गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों ने डोभाल को दी संभावित खतरे की जानकारी
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय और संबंधित सुरक्षा एजेंसियों ने डोभाल को संभावित खतरे की जानकारी दी है। डोभाल देश के सबसे संरक्षित लोगों में से एक हैं।
वह साल 2016 के उरी सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में पाकिस्तान में JeM आतंकी शिविरों पर बालाकोट हवाई हमले की सफलता के बाद से ही पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों के निशाने पर बने हुए हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा और बढ़ाई गई है।
लड़ाई
NSA डोभाल की JeM प्रमुख मसूद अजहर से चल रही है लड़ाई
बता दें कि डोभाल की जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक और प्रमुख मसूद अजहर के साथ लड़ाई चल रही है। 1994 में जब डोभाल इंटेलिजेंस ब्यूरो के संयुक्त निदेशक थे, तब उन्होंने भारत में गिरफ्तारी के बाद अजहर से पूछताछ की थी।
बाद में 1999 में काठमांडू से दिल्ली जाने वाली इंडियन एयरलाइंस की IC-814 फ्लाइट के अपहरण के बाद डोभाल ने ही अजहर को अपनी सुरक्षा में कंधार हवाई अड्डे तक पहुंचाया था।
जानकारी
आतंकवादी ने डोभाल के कार्यालय की रेकी कर जुटाई थी जानकारी
श्रीनगर और दिल्ली के अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आतंकी जम्मू-कश्मीर के शोपियां निवासी हिदायत-उल्लाह मलिक ने डोभाल के कार्यालय की रेकी कर विस्तृत वीडियो बनाने की भी जानकारी दी है।
मलिक के खिलाफ जम्मू के गंग्याल पुलिस स्टेशन में धारा 18 और 20 यूएपी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
JeM फ्रंट ग्रुप लश्कर-ए-मुस्तफा के मलिक 6 फरवरी को अनंतनाग से गिरफ्तार किया गया था।
विस्तृत वीडियो
डोभाल के कार्यालय का वीडियो बनाने के लिए दिल्ली पहुंचा था मलिक
आतंकी मलिक ने पूछताछ में बताया कि उसने डोभाल के कार्यालय का एक वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए 24 मई, 2019 को श्रीनगर से दिल्ली के लिए उड़ान भरी, जिसमें केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) सुरक्षा विवरण भी शामिल था।
उन्होंने तब पाकिस्तान स्थित हैंडलर के साथ व्हाट्सऐप पर वह वीडियो साझा किया, जिसे मलिक ने "डॉक्टर" के रूप में संदर्भित किया। इसके बाद मलिक बस के जरिए फिर से कश्मीर लौट गया था।
बयान
मलिक ने 2019 में की थी सांबा सेक्टर सीमा क्षेत्र की रेकी
मलिक ने पुलिस को बताया कि उसने 2019 में समीर अहमद डार के साथ सांबा सेक्टर सीमा क्षेत्र की भी रेकी की थी।
इसके बाद डार को पुलिस ने पुलवामा हमले में शामिल होने को लेकर गिरफ्तार कर लिया था। मलिक ने गत वर्ष मई में आत्मघाती हमले के लिए कार भी प्रदान की थी।
उसने बताया कि तीन अन्य JeM आतंकवादियों ने शोपियां में नवंबर 2020 में जम्मू-कश्मीर बैंक की कैश वैन से 60 लाख रुपये भी लूटे थे।
विवरण
मलिक ने अपने संपर्कों के नाम, कोडनेम और फोन नंबर बताए
मलिक ने अपने हैंडलर सहित पाकिस्तान में अपने 10 संपर्कों के नाम, कोडनेम और फोन नंबर भी बताए हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ पूरी जानकारी साझा कर दी है। उसके दो संपर्क बाद में शोपियां और सोपोर में मारे गए थे।
मलिक ने बताया कि शुरू में वह JeM ग्राउंड वर्कर के रूप में काम करता था। 2019 में हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया और फिर 2020 में JeM का फ्रंट ग्रुप बढ़ाने में लग गया।