पेरिस: पाकिस्तानी हमलावर ने लोगों को मारा था चाकू, पिता बोले- मुझे अपने बेटे पर गर्व
फ्रांस की राजधानी पेरिस में व्यंग्यात्मक साप्ताहिक पत्रिका 'शार्ली हेब्दो' के पूर्व कार्यालय के पास गत शुक्रवार को चाकू से हमला कर दो लोगों को घायल करने वाले पाकिस्तानी आरोपी अली हसन के पिता ने चौंकाने वाला बयान दिया है। आरोपी के पिता ने वेब आधारित चैनल 'नया पाकिस्तान' को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। उसने बहुत अच्छा काम किया है और वह हमले को लेकर बहुत खुश हैं।
आरोपी ने शुक्रवार को साप्ताहिक पत्रिका कार्यालय के पास किया था हमला
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार आरोपी अली हसन ने गत शुक्रवार को व्यंग्यात्मक साप्ताहिक पत्रिका 'शार्ली हेब्दो' के पूर्व कार्यालय के पास चाकू से लोगों पर हमला कर दिया था। इसमें टीवी प्रोडक्शन एजेंसी प्रीमियरस लिग्नेस के दो कर्मचारी घायल हो गए थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कुछ देर बार ही आरोपी को बास्तील प्लाजा के पास से गिरफ्तार कर लिया था। हमले के कारणों का भी अभी तक पता नहीं चल पाया है।
साल 2015 में इस्लामी चरमपंथियों ने किया था पत्रिका कार्यालय पर हमला
पेरिस पुलिस फिलहाल यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपी अली हसन द्वारा किया गया हमला शार्ली एब्दो से संबंधित तो नहीं है। इसका कारण है कि साल 2015 में इस पत्रिका का कार्यालय इसी बिल्डिंग में संचालित था, लेकिन उस दौरान इस्लामी चरमपंथियों ने कार्यालय पर हमला कर दिया था। उसमें 17 लोगों की मौत हो गई थी। उसके बाद पत्रिका ने अपने कार्यालय यहां से शिफ्ट कर दिया था। वर्तमान में यहां प्रीमियरस लिग्नेस का कार्यालय था।
आरोपी ने वीडियो जारी कर दी थी हमले की धमकी
आरोपी ने हमले से पहले वीडियो अपलोड कर हमले की जानकारी दी थी और खुद का नाम जहीर हसन महमूद बताया है। अली हसन उर्फ जहीर हसन पर आरोप है कि उसने दोनों लोगों पर पत्रिका के साथ काम करने को लेकर हमला किया था।
आरोपी के पिता ने इमरान खान सरकार से की बेटे को वापस लाने की अपील
इधर, आरोपी के पिता ने इमरान खान सरकार और अन्य इस्लामी देशों से अपने बेटे को घर लाने में मदद करने की अपील की है। पिता ने कहा, "मैं अपने बेटे की घर वापसी के लिए पाकिस्तान सरकार से अपील करना चाहता हूं। उसने इस्लाम को लेकर ऐसा किया है और हम एक मुस्लिम देश हैं।" उन्होंने कहा कि अली एक अच्छा बेटा है जो कि नियमित रूप से प्रार्थन करता था और साल में दो बार मिलाद जाता था।
इस्लामिक संगठनों का अनुयायी है अली हसन
आरोपी के पिता ने कहा कि अली हसन मुहम्मद इलियास कादरी, एक पाकिस्तानी सुन्नी मुस्लिम विद्वान और दावत-ए-इस्लामी संगठन के संस्थापक का अनुयायी था, जिनका पाकिस्तान समेत विदेशों में मदरसों की एक श्रृखंला है। अली के पिता एक किसान है और पंजाब के छोटे शहर मंडी बहाउद्दीन में रहते हैं। उन्होंने कहा कि अली हसन दो साल पहले प्रांस गया था। उनके पांच बेटों में से दो फ्रांस और एक इटली में हैं।