जम्मू-कश्मीर: पाक ने फिर की नापाक हरकत, ड्रोन से भेजे हथियार
क्या है खबर?
पाकिस्तान देश के केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की शांति को बिगाड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है।
इसके लिए वह ड्रोन के जरिए लगातार भारत में हथियार भेज रहा है। हाल हीं में ड्रोन से हथियार भेजने की घटनाओं में तेजी आई हैं।
मंगलवार तड़के भी पाकिस्तान ने अपने नापाक इरादों के साथ अखनूर सेक्टर में सीमा पर ड्रोन के जरिए हथियार भेजे हैं। हालांकि, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तलाशी अभियान चलाकर इन हथियारों को जब्त कर लिया है।
तलाशी
सीमा पर ड्रोन की गतिविधि देखकर पुलिस ने चलाया सर्च अभियान
NDTV के अनुसार पुलिस ने बताया कि अखनूर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को तड़के सीमा पर ड्रोन की गतिविधि नजर आई थी।
इसके बाद जवानों ने क्षेत्र में सर्च अभियान चला दिया। तलाशी के दौरान अखनूर के सोहल गांव में दो जगहों पर हथियार पड़े मिल गए।
पुलिस ने इने जब्त कर लिया। बरामद हथियारों में दो AK-47 राइफल, एक पिस्तौल, तीन AK-47 मैग्जीन और 90 राउंड गोलियां हैं।
बयान
हथियार भेजने के पीछे जैश-ए-मोहम्मद का हाथ
जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी श्रीधर पाटिल ने बताया कि बरामद हथियारों को कश्मीर घाटी में आतंकवादियों को सौंपा जाना था। इसके पीछे जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने की संभावना है।
हथियार मिलने की सूचना के बाद पुलिस, सेना की नौ पैरा और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर हथियार किसके लिए भेजे गए हैं।
पुनरावृत्ति
तीन दिन पहले राजौरी सेक्टर में ड्रोन से गिराए थे हथियार
बता दें पाकिस्तान ने 19 सितंबर को जम्मू संभाग के राजौरी इलाके में ड्रोन के जरिए हथियार और भारतीय रुपये गिराए थे।
हथियार और पैसे उठाने वाले लश्कर के तीन आतंकियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था। पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ की जा रही हैं।
इससे पूर्व 20 जून को पाकिस्तान ने कठुआ जिला के पनसर पोस्ट पर ड्रोन की मदद से हथियार भेजे थे, लेकिन वहां तैनात BSF के जवानों ने पाकिस्तान ड्रोन को गिरा दिया था।
कारण
आतंकी संगठनों के पास आई हथियारों की कमी
सुरक्षा बलों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा बलों की चौकसी के चलते पाकिस्तान आतंकियों तक हथियार नहीं पहुंचा पा रहा है।
इससे आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के पास हथियारों की भारी किल्लत हैं। जिस कारण से इन संगठनों तक हथियार पहुंचाने के लिए पाकिस्तान ड्रोन का प्रयोग कर रहा हैं।
वह ड्रोन के जरिए सीमा पर हथियार गिरा देता है और बाद में उसे वर्कर्स उसे उठाकर ले जाते हैं।