NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / उत्तराखंड: आपदा के खतरे पर 385 गांव, पुनर्वास के लिए 10,000 करोड़ रुपये की जरूरत
    अगली खबर
    उत्तराखंड: आपदा के खतरे पर 385 गांव, पुनर्वास के लिए 10,000 करोड़ रुपये की जरूरत

    उत्तराखंड: आपदा के खतरे पर 385 गांव, पुनर्वास के लिए 10,000 करोड़ रुपये की जरूरत

    लेखन भारत शर्मा
    Feb 13, 2021
    08:26 pm

    क्या है खबर?

    उत्तराखंड के चमोली जिले में आई बाढ़ के बाद राज्य में आपदा के खतरे पर बसे गांवों के पुनर्वास की मांग ने फिर से जोर पकड़ लिया है।

    राज्य सरकार द्वारा साल 2011 में आपदा के खतरे पर बसे गांवों के लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाने के लिए पुनर्वास नीति लाई गई थी, लेकिन इस पर पूरी गति से काम नहीं हो सका है।

    यही कारण है कि आज भी राज्य के सैकड़ों गांव खतरे पर ही बसे हुए हैं।

    पृष्ठभूमि

    बाढ़ से अब तक हो चुकी है 38 की मौत

    गत रविवार को जोशीमठ के तपोवन में नंदा देवी ग्लेशियर का एक टुकड़ा टूट गया जिससे अलकनंदा और धौली गंगा नदियों में बाढ़ आई थी।

    इससे तपोवन में अलकनंदा नदी पर बना ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट का एक बांध टूट गया था। बाढ़ से तपोवन-विष्णुगढ़ जल विद्युत परियोजना को भी नुकसान पहुंचा था।

    बचाव टीमों ने अब तक 38 शव बरामद कर लिए हैं। इसके अलावा अभी भी 166 लोग लापता बताए जा रहे हैं। उनकी तलाश जारी है।

    प्रगति

    मुख्यमंत्री रावत ने पांच गांवों के पुनर्वास के लिए दी 2.38 करोड़ की मंजूरी

    राज्य में बाढ़ की ताजा घटना के बाद संभावित खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार राज्य के 12 पहाड़ी जिलों में आपादा के खतरे पर बढ़े 385 गांवों में से पांच के लिए पुनर्वास के लिए 2.38 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी।

    सरकार की यह पहल 'ऊंट के मुंह में जीरे के सामन' नजर आ रही है। बाढ़ के बाद प्रभावित गांवों के लोग तेजी से पुनर्वास की मांग कर रहे हैं।

    निर्माण

    आवंटित राशि से होगा ग्रामीणों के लिए नए घरों का निर्माण

    मुख्यमंत्री द्वारा पांच गांवों के पुनर्वास के लिए मंजूर किए गए 2.38 करोड़ रुपये से इन गांवों के ग्रामीणों के लिए सुरक्षित जगहों पर घरों का निर्माण किया जाएगा।

    इसी प्रकार एक गौशाला भी तैयार की जाएगी और ग्रामीणों को गुजारा भत्ता दिया जाएगा।

    इधर, अन्य गांवों के पुनर्वास को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह से मुलाकात कर कार्य में प्रगति लाने की मांग की है। इसके बाद पुनर्वास प्रक्रिया में तेजी आने की उम्मीद है।

    जरूरत

    सभी गांवों के पुनर्वास के लिए है 10,000 करोड़ रुपये की जरूरत

    आपदा प्रबंधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार राज्य के 12 पहाड़ी जिलों के कुल 385 गांव आपदा के खतरे पर बसे हुए हैं। सुरक्षित जीवन के लिहाज से ये गांव असुरक्षित माने गए हैं।

    इनमें से 225 का भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण भी हो चुका है और शेष में यह कार्यवाही चल रही है।

    सरकार द्वारा कराए गए सर्वे के अनुसार इन सभी गांवों के पुनर्वास के लिए 10,000 करोड़ रुपये की जरूरत है। ऐसे में पुनर्वास की रफ्तार धीमी पड़ी है।

    सबसे अधिक

    आपदा के खतरे पर हैं पिथौरागढ़ जिले के सबसे अधिक 129 गांव

    राज्य में आपदा के खतरे पर बसे सबसे अधिक 129 गांव पिथौरागढ़ जिले में स्थित है।

    इसी तरह उत्तरकाशी में 62, चमोली में 61, बागेश्वर में 42, टिहरी में 33, पौड़ी में 26, रुद्रप्रयाग में 14, चंपावत में 10, अल्मोड़ा में नौ, नैनीताल में छह, देहरादून में दो और उधम सिंह नगर में एक गांव स्थित है।

    गुरुवार को टिहरी, चमोली, उत्तरकाशी और बागेश्वर जिले के पांच गांवों के पुनर्वास के लिए बजट को मंजूरी दी गई है।

    खतरा

    इस तरह से है गांवों को खतरा

    दरअसल, ये सभी गांव पहाड़ों पर नदियों के आस-पास बसे हुए हैं। ऐसे में तेज बारिश के बाद नदियों में बाढ़ आने और किसी ग्लेशियर के टूटने से इन गांवों के तबाह होने का खतरा है।

    राज्य में पूर्व में भी कई बार बादल फटने और अन्य कारणों से बाढ़ आ चुकी है। जिसमें इन गांवों में कई लोगों को मौत हो चुकी है। इसी को देखते हुए सरकार ने खतरे वाले गांवों के पुनर्वास की योजना बनाई थी।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    उत्तराखंड

    ताज़ा खबरें

    नॉर्वे शतरंज 2025: डी गुकेश ने मैग्नस कार्लसन अपने करियर में पहली बार दी मात शतरंज
    इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज को दूसरे वनडे में हराया, सीरीज में हासिल की अजेय बढ़त  इंग्लैंड क्रिकेट टीम
    IPL 2025: सूर्यकुमार यादव ने बनाया बड़ा रिकॉर्ड, एबी डिविलियर्स को पछाड़ा इंडियन प्रीमियर लीग
    इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज: जो रूट ने जड़ा 18वां वनडे शतक, बने सर्वाधिक रन वाले इंग्लिश बल्लेबाज इंग्लैंड क्रिकेट टीम

    उत्तराखंड

    कोरोना: पतंजलि की दवा से ICMR ने झाड़ा पल्ला, आयुष मंत्रालय ने विज्ञापन पर रोक लगाई बाबा रामदेव
    कोरोना वायरस: पतंजलि को मिली दवा बेचने की अनुमति, लेकिन नहीं करेगी इलाज का दावा गृह मंत्रालय
    हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और गोवा घूमने जाने से पहले पर्यटक जान लें ये जरूरी बातें गोवा
    गुजरात: किशोरी का गर्भपात कर कचरे में फेंका भ्रूण, आरोपी डॉक्टर सहित दो गिरफ्तार गुजरात
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025