कोलकाता में तेजी से फैल रहा कोरोना, टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 50 प्रतिशत पार
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में शुक्रवार को टेस्ट पॉजिटिविटी रेट (TPR) बढ़कर 53 प्रतिशत से अधिक हो गई है। इसका मतलब है कि यहां कोरोना वायरस टेस्ट करवा रहे हर दूसरे व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हो रही है।
कोलकाता में बीते दिन कोरोना के 7,484 नए मरीज मिले और सात लोगों की मौत हुई।
इसी के साथ यहां अब तक 3,71,142 लाख लोगों को संक्रमित पाया गया और 5,347 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
कोलकाता
पिछले सप्ताह से बढ़ने शुरू हुए मामले
कोलकाता में इसी सप्ताह से कोरोना संक्रमण की रफ्तार में तेजी आनी शुरू हुई है।
सोमवार को यहां 2,801 नए मामले सामने आए थे और चार मौतें दर्ज की गईं। अगले ही तीन दिनों में दैनिक मामलों की संख्या दोगुनी होकर 6,500 से पार हो गई।
कोलकाता के अलावा उत्तर 24 परगना जिले में भी लोग तेजी से कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। यहां पिछले 24 घंटों में 3,100 से अधिक लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
जानकारी
मामले बढ़ने के पीछे क्या कारण?
कोलकाता में मामले बढने के पीछे की वजह बताते हुए डॉक्टरों का कहना है कि हाल ही में संपन्न कोलकाता नगर निगम चुनाव, क्रिसमस और नव वर्ष के मौके पर इकट्ठा हुई भीड़ के कारण संक्रमण तेजी से फैला है।
बयान
...तो एक लाख से पार हो सकते हैं दैनिक मामले- गुमता
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, एसोसिएशन ऑफ हेल्थ सर्विस के महासचिव मानस गुमता ने कहा कि चुनावों और नव वर्ष के मौके पर भारी भीड़ देखने को मिली थी। अब प्रशासन गंगासागर मेले की तैयारियों में जुटा है। अगर नियमित टेस्टिंग होती है तो दैनिक मामलों की संख्या एक लाख से पार जा सकती है। कोलकाता में स्थित बहुत चिंतनीय है और यहां का स्वास्थ्य ढांचा इसके लिए तैयार नहीं है। 1,000 से अधिक डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं।
पश्चिम बंगाल
पूरे राज्य में TPR 26 प्रतिशत से ज्यादा
अगर पूरे पश्चिम बंगाल की बात करें तो शुक्रवार को यहां TPR 26 प्रतिशत से अधिक पहुंच गई थी। सरकारी बुलेटिन में बताया गया है कि शुक्रवार को राज्य में 69,158 सैंपल टेस्ट किए गए, जिनमें से18,213 में संक्रमण की पुष्टि हुई।
ताजा मामलों के साथ पश्चिम बंगाल में कुल संक्रमितों की संख्या 17,11,957 हो गई है। इनमें से 51,384 सक्रिय मामले हैं, 16,40,709 लोग ठीक हो चुके हैं और 19,864 की मौत हुई है।
पश्चिम बंगाल
पिछले साल मई के बाद आए सबसे ज्यादा मामले
राज्य में शुक्रवार से पहले आखिरी बार पिछले साल 5 मई को 18,000 से ज्यादा मामले सामने आए थे, जब दूसरी लहर चल रही थी। उस दिन कोलकाता में करीब 4,000 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
कोलकाता के एक डॉक्टर पुण्यव्रत गून ने कहा कि लोगों ने इस संकट को बुलाया है। चुनावों के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन हो रहा था। यह वायरस जैसे स्वास्थ्यकर्मियों को संक्रमित कर रहा है, उससे स्वास्थ्य व्यवस्था भी ढह जाएगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
देश में लगातार दूसरे दिन एक लाख से अधिक मामले
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 1,41,986 नए मामले सामने आए और 285 मरीजों की मौत दर्ज हुई।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,53,68,372 हो गई है। इनमें से 4,83,463 लोगों की मौत हुई है।
सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 4,72,169 हो गई है।
ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण देश में मामलों में ये उछाल देखने को मिल रहा है और सरकार ने कहा है कि तीसरी लहर शुरू हो चुकी है।