Page Loader
19 किलो के कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमत में 135 रुपये की कमी
19 किलो के कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमत में 135 रुपये की कमी

19 किलो के कमर्शियल LPG सिलेंडर की कीमत में 135 रुपये की कमी

लेखन गौतम भगत
Jun 01, 2022
04:11 pm

क्या है खबर?

आज 1 जून को कमर्शियल LPG सिलेंडर के दामों में कमी की गई। 19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में 135 रुपये की कटौती की गई है। नई कीमतें आज से ही लागू हो जाएंगी। घरेलू उपभोक्ताओं को कोई फायदा नहीं मिला है और रसोई गैस की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बता दें कि ग्लोबल मार्केट में दाम बढ़ने के कारण देश में LPG की कीमत बढ़ी थी।

कटौती

अब कितने रुपये में मिलेगा कमर्शियल सिलेंडर?

LPG सिलेंडर की कीमत में इस कटौती के बाद मुंबई में कमर्शियल सिलेंडर के दाम 2,171.50 रुपये हो गए हैं। पहले यह 2,306 रुपये में मिल रहे थे। देश की राजधानी दिल्ली में कमर्शियल सिलेंडर के दाम 2,354 रुपये से कम होकर 2,219 रुपये हो गए हैं, वहीं चेन्नई में कमर्शियल सिलेंडर के दाम 2,507 रुपये से कम होकर 2,373 रुपये हो गए है। कोलकाता में इसकी कीमत 2,454 रुपये से घटकर 2,322 रुपये हो गई है।

राहत

कीमत में कटौती से कारोबारियों को मिलेगी राहत

देश में बढ़ती महंगाई के बीच कमर्शियल सिलेंडर के दामों की कीमत में इस कमी से कारोबारी वर्ग के लोगों को राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है। बता दें कि पिछले महीने ही 19 तारीख को कमर्शियल और घरेलू दोनों सिलेंडर के दाम में वृद्धि की गई थी। उस समय 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में 8 रुपये की वृद्धि की गई थी, वहीं घरेलू सिलेंडर के दाम 3.50 रुपये बढ़ाए गए थे।

वृद्धि

लगाए जा रहे थे फिर से कीमत बढ़ने के कयास

रुस और यूक्रेन के बीच जारी जंग कच्चे तेल और गैस की कीमतों को प्रभावित कर रही है और इसी कारण जून में भी एक बार फिर से LPG सिलेंडर के दामों में वृद्धि की आशंका जताई जा रही थी। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। बता दें कि इस साल रुस-यूक्रेन युद्ध के चलते दुनियाभर में पेट्रोल, डीजल और गैस के दामों में वृद्धि देखने को मिली है। इसका असर अन्य जरूरी चीजों की कीमत पर भी दिखा है।

कीमत

कौन करता है गैस के दाम नियंत्रित?

भारत में सभी सरकारी तेल कंपनियां महीने में दो बार सिलेंडर के दामों को बढ़ाने या घटाने के लिए समीक्षा बैठक करती हैं। महीने के शुरुआत और महीने के बीच में अंतरराष्ट्रीय बाजार में गैस की कीमत को देखते हुए यह समीक्षा की जाती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार को देखते हुए भारत की सरकारी तेल कंपनियां यह तय करती हैं कि गैस का दाम कम करना है या बढ़ाना है।