
मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किए गए गलवान घाटी में शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू
क्या है खबर?
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से लड़ते हुए शहीद होने वाले कर्नल बी संतोष बाबू को आज मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। ये देश का दूसरा सबसे बड़ा वीरता सम्मान है।
राष्ट्रपति भवन में हुए एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बाबू की पत्नी और उनकी मां को ये सम्मान सौंपा। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे।
उद्धहरण
कर्नल बाबू ने जवानों को संगठित किया- उद्धहरण
सम्मान के उद्धहरण में कर्नल बाबू के बारे में कहा गया है, "कर्नल बाबू को दुश्मन के सामने निगरानी चौकी बनाने का कार्य दिया गया था। उन्होंने अपने जवानों को एक अच्छी योजना के साथ संगठित किया और कार्य को सफलतापूर्वक पूरा किया। तैनाती के दौरान उनकी टुकड़ी को दुश्मन के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा जिसने भारी पथराव के साथ-साथ घातक और धारदार हथियारों की मदद से ऊपर से हमला किया।"
साहस
"कर्नल बाबू ने घायल होने के बावजूद आगे बढ़कर नेतृत्व किया"
उद्धहरण में आगे लिखा है, "बड़ी संख्या में आए दुश्मन सैनिकों की हिंसक और आक्रामक कार्रवाई से निडर होकर अधिकारी ने सेवा को खुद से पहले रखने की सच्ची भावना के साथ भारतीय सैनिकों को पीछे धकेलने के दुश्मन के प्रयासों का मुकाबला किया।"
इसमें कहा गया है कि कर्नल बाबू ने गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद विपरीत परिस्थितियों में पूरे नियंत्रण के साथ आगे से नेतृत्व किया।
परिचय
कौन थे कर्नल संतोष बाबू?
कर्नल बाबू 16 बिहार रेजीमेंट के कमांडिंग ऑफिसर (CO) थे और चीन के साथ टकराव के समय उनकी रेजीमेंट की गलवान घाटी में तैनात थी।
यहां चीन ने भारतीय इलाके में घुस कर टेंट लगा लिया था और 15 जून की शाम कर्नल बाबू अपने 50 सैनिकों के साथ ये देखने गए थे कि चीन ने ये टेंट हटाया या नहीं।
इसी बीच चीनी सैनिकों ने उन पर धोखे से हमला कर दिया और वे लड़ते-लड़ते शहीद हो गए।
अन्य सम्मान
कल अभिनंदन वर्तमान को दिया गया था वीर चक्र
बता दें कि कल भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्तमान को भी वीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
अभिनंदन ने बालाकोट एयरस्ट्राइक के अगले दिन 27 फरवरी, 2019 को हवाई झड़प के दौरान पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था। इस दौरान उनके मिग-21 बाइसन को भी नुकसान पहुंचा था और पाकिस्तान में जाकर गिरे थे।
तीन दिन बाद पाकिस्तान ने उन्हें भारत को वापस सौंप दिया था। अभिनंदन उस समय विंग कमांडर थे।
वीरता सम्मान
गलवान में शहीद हुए थे 20 जवान, सभी को मिला वीरता सम्मान
चीनी सैनिकों के साथ इस झड़प में कर्नल बाबू समेत कुल 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे। इन सभी सैनिकों को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
चार शहीदों को वीर चक्र दिया गया है, वहीं 15 शहीदों को सेना मेडल दिया गया है।
गलवान घाटी में झड़प के दौरान चीनी सैनिक भी मारे गए थे और विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में पांच से लेकर 40 चीनी सैनिकों के मारे जाने की खबरें छपी थीं।