NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में नाइट सफारी को लेकर विवादों में घिरे असम के मुख्यमंत्री और सद्गुरु
    अगली खबर
    काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में नाइट सफारी को लेकर विवादों में घिरे असम के मुख्यमंत्री और सद्गुरु
    नाइट सफारी को लेकर विवादों में घिरे असम के मुख्यमंत्री और सद्गुरु।

    काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में नाइट सफारी को लेकर विवादों में घिरे असम के मुख्यमंत्री और सद्गुरु

    लेखन भारत शर्मा
    Sep 26, 2022
    01:42 pm

    क्या है खबर?

    असम में यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व (KNPTR) में नाइट सफारी (सूर्यास्त के बाद जीप से प्रवेश) करने को लेकर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और आध्यात्मिक गुरु जगदीश वासुदेव (सद्गुरु) विवादों में घिर गए हैं।

    इस मामले को लेकर दो वन्यजीव संरक्षण कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री सरमा और सद्गुरु के खिलाफ पुलिस में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 का उल्लंघन करने की शिकायत दर्ज कराई है।

    आइये आगे जानते हैं विस्तृत खबर।

    प्रकरण

    मुख्यमंत्री सरमा ने सद्गुरु और पर्यटन मंत्री के साथ की नाइट सफारी

    मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट किया था। उस वीडियो में सद्गुरु को KNPTR में जीप चलाते हुए देखा जा सकता है। जीप में आगे की सीट पर मुख्यमंत्री सरमा और पीछे की सीट पर राज्य के पर्यटन मंत्री जयंत मल्ला बरुआ को खड़े देखा जा सकता है।

    मुख्यमंत्री ने ट्वीट के साथ लिखा, 'पूज्य सद्गुरु की मौजूदगी में आज KNPTR पर्यटकों के लिए खुला। इस दौरान उन्होंने सद्गुरु के साथ जीप सफारी का आनंद भी लिया।'

    नियम

    KNPTR में क्या है सफारी का नियम?

    आमतौर पर KNPTR जीप सफारी के लिए सुबह और दोपहर के समय में ही वाहनों को प्रवेश की अनुमति दी जाती है। रात के समय गैंडों, हाथियों, बाघों और अन्य वन्यजीवों की सुरक्षा को देखते हुए किसी भी पर्यटक को सफारी की अनुमति नहीं होती है।

    इसके बाद भी मुख्यमंत्री सरमा का सद्गुरु के साथ नाइट सफारी करना विरोध का प्रमुख कारण है।

    सद्गुरु काजीरंगा में राज्य सरकार द्वारा आयोजित तीन दिवसीय चिंतन शिविर में हिस्सा लेने आए थे।

    शिकायत

    मुख्यमंत्री सरमा और सद्गुरु सहित अन्य खिलाफ शिकायत दर्ज

    गोलाघाट के पुलिस अधीक्षक (SP) रमनदीप कौर ने बताया कि KNPTR के पास मोरोंगियाल और बलिजन गांवों के निवासी सोनेश्वर नारा और प्रबीन पेगू ने मुख्यमंत्री सरमा, सद्गुरु और पर्यटन मंत्री बरुआ सहित अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

    उन्होंने आरोप लगाया कि सूर्यास्त के बाद हेडलाइट्स के साथ जीप सफारी करना वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 का उल्लंघन है। ऐसे में मुख्यमंत्री सरमा, सद्गुरु, पर्यटन मंत्री सहित अन्य को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

    बयान

    वन विभाग से मांगी गई है रिपोर्ट- SP

    SP कौर ने कहा, "हमें इस संबंध में एक शिकायत मिली है और हम इसकी जांच कर रहे हैं। हालांकि, यह वन्यजीवों की सुरक्षा के दिशा-निर्देशों के उल्लंघन का मामला है। ऐसे में वन विभाग के अधिकारी से मामले में रिपोर्ट मांगी गई है।"

    खंडन

    मुख्यमंत्री सरमा ने नियमों के उल्लंघन के आरोपों को किया खारिज

    मुख्यमंत्री सरमा का कहना है कि नियमों का कोई उल्लंघन नहीं हुआ। वन्यजीव कानून के अनुसार, वार्डन रात में भी संरक्षित क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति दे सकता है। कोई कानून लोगों को रात में प्रवेश करने से नहीं रोकता है।

    उन्होंने कहा कि इस सीजन के लिए KNPTR का औपचारिक उद्घाटन किया था। सदगुरु और श्री श्री रविशंकर आए थे, क्योंकि उनके लाखों अनुयायी हैं। हम उम्मीद करते हैं कि KNPTR के लिए पर्यटन का मौसम बहुत अच्छा होगा।

    साजिश

    मुख्य वन संरक्षक ने बताई KNPTR को बदनाम करने की साजिश

    असम के मुख्य वन संरक्षक एमके यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री सरमा तथा सद्गुरु पर लगाए गए आरोप KNPTR को बदनाम करने के लिए एक छिपी हुई साजिश है। आरोप लगाने वाले लोगों को नियमों की वास्तविक जानकारी नहीं है और न ही उन्होंने नियम जानने का प्रयास किया।

    उन्होंने कहा कि उन्होंने मेहमानों को आमंत्रित किया था और सभी प्रबंध किए गए थे, लेकिन सूर्यास्त होने के कारण रात में सफारी कराने के अलावा कोई रास्ता नहीं था।

    आलोचना

    नाइट सफारी को लेकर हो रही मुख्यमंत्री और सद्गुरु की आलोचना

    पर्यावरण कार्यकर्ता रोहित चौधरी ने ट्वीट किया, 'नाइट सफारी वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की धारा 27 का उल्लंघन हो सकता है जो संरक्षित वन क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध से संबंधित है।'

    इसी तरह वरिष्ठ पत्रकार प्रणय बोरदोलोई ने फेसबुक पर लिखा, 'कल रात KNPTR में सद्गुरु के कृत्य ने निराश किया है। कैसे एक VVIP को सूर्यास्त के बाद जिप्सी चलाने की अनुमति दी गई है? इस हरकत में हमारे मुख्यमंत्री भी सहयोगी हैं। वास्तव में दयनीय स्थिति है।'

    पुनरावृत्ति

    पहले भी सामने आ चुका है नाइट सफारी का मामला

    KNPTR में पहले भी नाइट सफारी का मामला सामने आ चुका है। फरवरी 2020 में KNPTR के तत्कालीन निदेशक पी शिवकुमार की पत्नी के खिलाफ नाइट सफारी की शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन अधिकारियों के इसका खंडन करने के बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई।

    इस साल जुलाई में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) ने मध्य प्रदेश सरकार को वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए बाघ अभयारण्यों में नाइट सफारी न करने का निर्देश दिए थे।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    फेसबुक
    असम
    हिमंत बिस्वा सरमा

    ताज़ा खबरें

    जीमेल में अब स्मार्ट रिप्लाई होंगे और भी बेहतर, गूगल ने जोड़ा नया AI फीचर जीमेल
    I/O 2025: गूगल ने जेमिनी में जोड़ा AI असिस्टेंट, अब लाइव पहचान कर सुधारेगा गलतियां गूगल
    IPL 2025: वैभव सूर्यवंशी ने लगाया अर्धशतक, बने हमारे 'प्लेयर ऑफ द डे' वैभव सूर्यवंशी
    IPL 2025: RR ने CSK को दी शिकस्त, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025

    फेसबुक

    भारत में बैन के बावजूद टिक-टॉक बनी दुनिया में सबसे ज्यादा डाउनलोड होने वाली ऐप मोबाइल ऐप्स
    ट्विटर में जल्द मिल सकता है 'एडिट' बटन, लंबे वक्त से काम कर रही है कंपनी ट्विटर
    फेसबुक यूजर्स को मिला 'शेयरिंग टू रील्स' फीचर, रील्स वीडियो शेयर करना अब आसान इंस्टाग्राम
    ट्विटर में जल्द मिल सकता है फेसबुक फीलिंग्स जैसा नया फीचर, ऐसे करेगा काम ट्विटर

    असम

    असम में भारी बारिश और बिजली गिरने से 11 लोगों की मौत, 20,000 लोग प्रभावित राजस्थान
    पहाड़ों से लगाव है? गुवाहाटी की ये जगहें आपकी छुट्टियों के लिए हैं एकदम बेहतरीन गुवाहाटी
    असम: गुवाहाटी नगर निगम चुनाव में भाजपा का स्वीप, कांग्रेस का सूपड़ा साफ गुवाहाटी
    असम: जमानत मिलने के तुरंत बाद दोबारा गिरफ्तार किए गए गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी गुजरात

    हिमंत बिस्वा सरमा

    असम: हेमंत बिस्व सरमा बोले- भाजपा को नहीं चाहिए मियां मुस्लिमों के वोट, सांप्रदायिक है समुदाय भारतीय जनता पार्टी
    हेमंत बिस्वा सरमा होंगे असम के अगले मुख्यमंत्री, कल लेंगे शपथ असम
    असम में कोरोना मरीज की मौत के बाद डॉक्टर पर हमला, अब तक 24 गिरफ्तार असम
    सीमा विवाद: मिजोरम पुलिस ने असम के मुख्यमंत्री के खिलाफ दर्ज की FIR, तनाव बढ़ा दिल्ली
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025