
टेस्ट क्रिकेट: इन बल्लेबाजों ने डेब्यू मुकाबले में बनाए हैं सबसे ज्यादा रन, जानिए आंकड़े
क्या है खबर?
टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करना हर खिलाड़ी के लिए खास लम्हा होता है, लेकिन कुछ बल्लेबाजों ने अपने पहले ही मैच में ऐसा प्रदर्शन किया कि इतिहास में नाम दर्ज हो गया। दबाव और उत्साह के बीच इन खिलाड़ियों ने जबरदस्त पारियां खेलीं और अपने करियर की शुरुआत यादगार बना दी। डेब्यू मुकाबले में सबसे ज्यादा रन बनाना कोई आसान काम नहीं, लेकिन इन बल्लेबाजों ने अपने बल्ले से पहली ही परीक्षा में शानदार सफलता हासिल की।
#1
लॉरेंस रो (314 रन)
पहले स्थान पर वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी लॉरेंस रो हैं। उन्होंने पहला टेस्ट मैच साल 1972 में न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था। पहली पारी में उनके बल्ले से 427 गेंदों में 214 रन निकले थे। दूसरे पारी में उन्होंने 153 गेंदों का सामना करते हुए 100 रन बनाए थे। मुकाबले में उनके कुल 314 रन थे। वह मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। रो ने कुल 30 टेस्ट खेले और 2,047 रन बनाने में सफल रहे।
#2
टिप फॉस्टर (287 रन)
दूसरे स्थान पर इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज टिप फॉस्टर हैं। उन्होंने साल 1903 में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। उस मुकाबले की पहली पारी में ही इस खिलाड़ी ने 419 गेदों का सामना करते हुए 287 रन बना दिए थे। इंग्लैंड की दूसरी पारी में उनके बल्ले से 19 रन निकले थे। उन्होंने मैच में कुल 306 रन बनाए थे। इंग्लैंड को 5 विकेट से जीत मिली थी।
#3
यासिर हमीद (275 रन)
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज यासिर हमीद इस सूची में तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाफ साल 2003 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। उन्होंने पाकिस्तान की पहली पारी में 253 गेंदों का सामना करते हुए 170 रन बनाए थे। दूसरी पारी में उन्होंने 161 गेंदों में 105 रन बनाए। उस मैच में उनके बल्ले से कुल 275 रन निकले थे। पाकिस्तान ने मुकाबला 7 विकेट से अपने नाम किया था।
#4
काइल मेयर्स (250 रन)
चौथे स्थान पर वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के काइल मेयर्स हैं। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ साल 2021 में अपना डेब्यू किया था। मैच की पहली पारी में उन्होंने 40 रन बनाए थे। दूसरी पारी में वह छा गए और 310 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 210 रन बना दिए। उनके बल्ले से दोनों पारियों में कुल 250 रन निकले थे। उनकी शानदार पारी के कारण वेस्टइंडीज ने 395 रन का लक्ष्य भी हासिल कर लिया था।