#NewsBytesExclusive: PNG क्रिकेट के संघर्ष, परेशानी और भविष्य पर CEO कैम्पबेल ने कही ये बातें
पापुआ न्यू गिनी (PNG) की टीम के लिए उनके पहले टी-20 विश्व कप का सफर समाप्त हो चुका है, लेकिन उन्होंने इस मेगा इवेंट में आकर ही एक नया इतिहास रच दिया। PNG को टूर्नामेंट के तीनों मैचों में हार मिली, लेकिन उन्होंने दिखाया कि उनका भविष्य उज्जवल होगा। टीम के CEO ग्रेग कैम्पबेल ने न्यूजबाइट्स के साथ खास बातचीत की और टीम के संघर्षों, हालातों और भविष्य बारे में अहम जानकारियां दी। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा।
इस तरह टी-20 विश्व कप में पहुंची थी PNG
टी-20 विश्व कप क्वालीफायर्स में कुल 14 टीमें हिस्सा ले रही थीं। ग्रुप A में PNG ने छह में से पांच मैच जीते थे और ग्रुप टॉप करते हुए विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया था। जीत के बाद सभी सदस्य इमोशनल थे। उनके ग्रुप में नीदरलैंड, नामिबिया, स्कॉटलैंड, केन्या, सिंगापुर और बरमूडा की टीम थी। अक्टूबर 2019 में ही क्वालीफाई करने वाली PNG को विश्व कप खेलने के लिए दो साल का इंतजार करना पड़ा।
टी-20 विश्व कप में जगह बनाने पर PNG को मिला ढेर सारा प्यार
PNG की टीम पहली बार टी-20 विश्व कप खेल रही थी और उनके फैंस के लिए इससे बड़ी कोई और खुशखबरी नहीं हो सकती थी। ग्रेग ने हमें बताया, "PNG के लोग काफी खुश थे। वहां की सरकार को इस उपलब्धि पर नाज हो रहा था। मैं 11-12 सालों से इस टीम के लिए काम कर रहा हूं, लेकिन पहली बार मैंने टीम को इस तरह का समर्थन मिलते देखा था।"
कोरोना के कारण 18 महीनों तक आपस में ही खेल रहे थे PNG के खिलाड़ी
कोरोना के कारण टी-20 विश्व कप एक साल के लिए आगे बढ़ाया गया और मुश्किल हालातों में PNG की टीम की तैयारियों पर काफी असर पड़ा। ग्रेग कहते हैं, "कोविड के समय हम कहीं निकल नहीं सकते थे और हमारे 24 खिलाड़ियों के ग्रुप में आपस में मैच खेले जा रहे थे। टी-20 विश्व कप के लिए यह आदर्श तैयारी नहीं हो सकती है। 28 अगस्त को ओमान पहुंचने के बाद हमें कुछ अच्छे मैच खेलने को मिले।"
PNG के खिलाड़ियों को नहीं होती आर्थिक परेशानी
ग्रेग ने बताया कि PNG के खिलाड़ियों को आर्थिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ता क्योंकि उन्हें कॉन्ट्रैक्ट दिया जाता है और इसमें अच्छी सैलरी दी जाती है। उन्होंने बताया, "हमने 16 पुरुष और 13 महिला क्रिकेटर्स को कॉन्ट्रैक्ट दिया है। 10 रुकी कॉन्ट्रैक्ट भी हैं जिसे अंडर-19 से आने वाले या फिर किसी कारण से छूट गए खिलाड़ियों के लिए रखा गया है।" PNG के खिलाड़ी लगभग पांच साल से पूरी तरह प्रोफेशनल के रूप में खेल रहे हैं।
केवल टी-20 क्रिकेट ही खेलना चाहती है PNG
PNG केवल टी-20 क्रिकेट ही खेलना चाहती है और उनके घरेलू सिस्टम में भी केवल 20 ओवरों के मैच ही खेले जाते हैं। इस पर ग्रेग ने कहा, "टी-20 में हम एक दिन में दो-तीन मैच खेल सकते हैं, लेकिन 50 ओवर के क्रिकेट में एक दिन में एक ही मैच खेला जा सकेगा। इसी तरह फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में भी काफी समय लगेगा। हम चाहते हैं कि हमारे खिलाड़ी अधिक से अधिक मैच खेलें।"
टी-20 विश्व कप के कारण केवल टी-20 खेलती है PNG
ग्रेग ने आगे बताया, "आने वाले समय में 24 टीमें टी-20 विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर सकेंगी। यह भी एक कारण है कि हम टी-20 पर ही ध्यान देना चाहते हैं ताकि हम अधिक से अधिक विश्व कप खेल सकें।"
दौरे पर डॉक्टर भी नहीं ला सकी थी PNG
बड़ी टीमों के सपोर्ट स्टॉफ की संख्या ही 15-20 हो जाती है, लेकिन विश्व कप में PNG अपने साथ एक डॉक्टर तक नहीं ला सकी। खिलाड़ियों के लिए आर्थिक परेशानी नहीं है, लेकिन बड़ा सपोर्ट स्टॉफ नहीं रख सकते। ग्रेग ने बताया, "हम एक डॉक्टर भी नहीं ला सके। हमारे पास ऑस्ट्रेलिया के दो कोच हैं, वे समय-समय पर PNG आते हैं। हम फिजियो की सेवाएं लेते हैं, लेकिन सबको फुलटाइम रखने के लिए हमें अधिक पैसों की जरूरत होगी।"
बीते 11-12 सालों में PNG में आए हैं ये बदलाव
ग्रेग के मुताबिक आज के समय में लगभग तीन लाख बच्चे क्रिकेट खेल रहे हैं और 11-12 साल पहले यह संख्या लगभग शून्य थी। उन्होंने बदलावों के बारे में बताया, "हमने 36 सिंथेटिक पिच देश के अलग-अलग हिस्सों में बनाए हैं और अभी 12 और पिच तैयार किए जाएंगे। हम सरकार से जमीन की मांग कर रहे हैं जिस पर हम देश का दूसरा क्रिकेट स्टेडियम बनवा सकें। हम नए बच्चों को हर सुविधा देना चाहते हैं।"