टी-20 विश्व कप: चोट से उबरने के बाद गेंदबाजी शुरु करने की कगार पर हैं स्टोइनिस
ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस अपनी चोट से काफी तेजी के साथ उबर रहे हैं और वह जल्द ही गेंदबाजी में वापसी कर सकते हैं। स्टोइनिस ने संकेत दिए हैं कि वह न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले अभ्यास मैच में गेंदबाजी करते हुए दिखाई दे सकते हैं। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में दिल्ली कैपिटल्स (DC) के लिए खेलने के दौरान चोटिल होने के बाद उन्होंने लंबा समय मैदान से बाहर बिताया था।
अगले मैच में गेंदबाजी कर सकूंगा- स्टोइनिस
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक हैमस्ट्रिंग इंजरी से उबर रहे स्टोइनिस में कहा कि भले ही मैंने आज रात गेंदबाजी नहीं की है, लेकिन मेरी चोट काफी तेजी से ठीक हो रही है। उन्होंने आगे कहा, "मुझे ऐसा लग रहा है कि यह सही रास्ते पर है और अब आगे बढ़ने का समय आ गया है। मुझे लग रहा है कि मैं अगले मुकाबले में गेंदबाजी कर सकूंगा।"
ऑस्ट्रेलिया के लिए काफी अहम होगी स्टोइनिस की गेंदबाजी
अपने पहले अभ्यास मैच में ऑस्ट्रेलिया ने केवल चार विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ उतरने का फैसला लिया था। मिचेल मार्श ने इस मैच में पांचवें गेंदबाज की भूमिका निभाई थी, लेकिन उनके चार ओवरों में कुल 53 रन खर्च हुए थे। यदि ऑस्ट्रेलिया मुख्य टूर्नामेंट में भी चार गेंदबाजों के साथ उतरना चाहेगी तो स्टोइनिस की गेंदबाजी टीम के लिए काफी अहम हो जाएगी। स्टोइनिस, मार्श और ग्लेन मैक्सवेल के साथ टीम के पास सात गेंदबाजी विकल्प रहेंगे।
अभ्यास मैच में साथ खेलना शानदार था- स्टोइनिस
अभ्यास मैच के बारे में स्टोइनिस ने कहा कि यह टीम के लिए टूर्नामेंट से पहले अच्छी शुरुआत है। उन्होंने कहा, "लंबे समय से हम सभी एक साथ नहीं खेले थे तो शुरुआत में ही जीत हासिल करना बेहतरीन है, लेकिन दूसरी ओर हमें कुछ नई चीजें करनी होंगी और नए लोगों को मौके देने होंगे।" अब 20 अक्टूबर को दूसरे और अंतिम अभ्यास मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को भारत का सामना करना है।
टी-20 विश्व कप के लिए ऑस्ट्रेलिया का कार्यक्रम
23 अक्टूबर: ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका, अबुधाबी 28 अक्टूबर: ऑस्ट्रेलिया बनाम A1, दुबई 30 अक्टूबर: इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, दुबई 04 नवंबर: ऑस्ट्रेलिया बनाम B2, दुबई 06 नवंबर: ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज, अबुधाबी टी-20 विश्व कप में सुपर-12 के मुकाबले शुरू होने से पहले ग्रुप स्टेज (राउंड-1) के मुकाबले खेले जाएंगे, जिसमें दो ग्रुप में कुल आठ टीमें भाग लेंगी। ग्रुप-A में पहले और ग्रुप-B में दूसरे नंबर पर रहने वाली टीम सुपर-12 के ग्रुप-1 में शामिल होंगी।