यशराज फिल्म्स की पहली वेब सीरीज 'द रेलवे मेन' अगले साल के लिए टली, जानिए कारण
पिछले काफी समय से भोपाल गैस त्रासदी पर बन रही यशराज बैनर की पहली वेब सीरीज 'द रेलवे मेन' सुर्खियों में है। यह सीरीज काफी बड़े स्तर पर बन रही है। यह यशराज की पहली सीरीज है, इसलिए दर्शक इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, अभी उन्हें थोड़ा और इंतजार करना होगा, क्योंकि इसकी रिलीज आगे बढ़ा दी गई है। दरअसल, सीरीज में VFX का अभी अच्छा-खासा काम बचा है। आइए जानते हैं क्या कुछ जानकारी मिली है।
VFX के कारण हुई देरी
पीपिंगमून को एक सूत्र ने बताया, "निर्माता इस सीरीज को VFX के लिहाज से बढ़िया से बढ़िया बनाने की कोशिश कर रहे है। वे दर्शकों को एक शानदार सिनेमाई अनुभव देना चाहते हैं। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अभी और समय लगेगा, इसलिए 'द रेलवे मेन' की रिलीज डेट आगे बढ़ा दी गई है।" पहले यह इस साल 2 दिसंबर को आने वाली थी। अब निर्माता अगले साल की शुरुआत में इसका प्रीमियर करने की सोच रहे हैं।
सीरीज में दिखेंगे ये कलाकार
वेब सीरीज 'द रेलवे मेन' में पैन इंडिया स्टार आर माधवन लीड रोल में हैं। उनके साथ इस सीरीज में 'स्पेशल ऑप्स' से फिर से लाइमलाइट में आए के के मेनन, 'मिर्जापुर' सीरीज के चर्चित अभिनेता दिव्येंदु शर्मा और इरफान खान के बेटे बाबिल खान भी नजर आएंगे। जाहिर तौर पर यह बाबिल के लिए एक बड़ा मौका है। इस सीरीज का ऐलान पिछले साल भोपाल त्रासदी वाले दिन ही किया गया था।
भोपाल गैस त्रासदी के गुमनाम नायकों को समर्पित सीरीज
निर्देशक राहुल रवैल के बेटे शिव रवैल इस सीरीज से अपने निर्देशन करियर की शुरुआत कर रहे हैं। 1984 की भोपाल गैस त्रासदी के गुमनाम नायकों को श्रद्धांजलि देती 'द रेलवे मैन' भोपाल स्टेशन पर काम करने वाले रेलवे कर्मचारियों की कहानी है। आदित्य चोपड़ा के मुताबिक, सीरीज भोपाल के उन वीरों को सलामी देने की एक कोशिश है, जिन्होंने 38 साल पहले इस शहर पर मुसीबत आने पर हजारों लोगों की जान बचाई।
न्यूजबाइट्स प्लस
इस दर्दनाक हादसे को लेकर 2014 में फिल्म 'भोपाल ए प्रेयर ऑफ रेन' भी बनी थी। निर्देशक रवि कुमार ने इसके जरिए दर्शकों को इस खौफनाक कहानी से रूबरू कराया। इसमें मार्टिन शीन, मिशा बार्टन, कल पेन और राजपाल यादव ने अहम भूमिका निभाई थी।
कब हुआ था भोपाल गैस कांड?
मध्य प्रदेश के भोपाल में 2-3 दिसंबर, 1984 यानी 38 साल पहले दर्दनाक हादसा हुआ था। इतिहास में जिसे भोपाल गैस कांड, भोपाल गैस त्रासदी का नाम दिया गया है। भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड नामक कंपनी के कारखाने से एक जहरीली गैस का रिसाव हुआ, जिससे लगभग 15,000 से अधिक लोगो की जान गई और कई लोग अनेक तरह की शारीरिक अपंगता से लेकर अंधेपन के भी शिकार हुए, जो आज भी त्रासदी की मार झेल रहे हैं।