राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) भारतीय सिनेमा का गौरव, जानिए इसके बारे में सबकुछ
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) का एक गौरवशाली इतिहास रहा है। बॉलीवुड के कई कलाकारों ने इस संस्थान से एक्टिंग और फिल्ममेकिंग की बारीकियां सीखी हैं। मनोरंजन की दुनिया में करियर बनाने वाले हर एक छात्र का सपना होता है कि उसका दाखिला NSD में हो जाए। यह भारत का टॉप एक्टिंग स्कूल है, जो देश की राजधानी दिल्ली में स्थित है। आइए इसके स्वर्णिम इतिहास और महान विरासत पर नजर डालते हैं।
1959 में संगीत नाटक अकादमी द्वारा की गई थी स्थापना
NSD की स्थापना 1959 में संगीत नाटक अकादमी द्वारा की गई थी। 1975 में यह एक स्वतंत्र संस्था बन गई। अब इसे भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तहत मान्यता प्राप्त है। NSD नई दिल्ली के मंडी हाउस में स्थित है, जो शहर में कलात्मक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र है। इस स्कूल के दो विंग हैं- रिपर्टरी कंपनी और थिएटर इन एजुकेशन कंपनी। देखा जाए तो दशकों लंबे इतिहास के बावजूद इस संस्थान की चमक फीकी नहीं हुई है।
कैसा है संस्थान का पाठ्यक्रम?
NSD की वेबसाइट के अनुसार, इस संस्थान में छात्रों को तीन साल का फुल टाइम डिप्लोमा कोर्स ऑफर किया जाता है। इस कोर्स के तहत कठिन और व्यापक ट्रेनिंग दी जाती है। इसका पाठ्यक्रम इस प्रकार से डिजाइन किया गया है, जिससे छात्रों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास हो सके। इसमें भारत और पश्चिमी देशों में शास्त्रीय नाट्य परंपराओं, भारत और विदेशों में आधुनिक रंगमंच के रुझान और भारत के पारंपरिक व लोक रंगमंच जैसे विषयों को पढ़ाया जाता है।
NSD के दो परफॉर्मिंग विंग के बीच क्या है अंतर?
रिपर्टरी कंपनी समकालीन और आधुनिक नाटकों पर काम करती है। यह नियमित रूप से प्रायोगिक कार्यों को पेश करती है। प्रोडक्शन के अलावा यह अपना खुद का फेस्टिवल भी आयोजित करती है, जहां पुराने और नए प्रोडक्शंस को प्रस्तुत किया जाता है। वहीं थिएटर इन एजुकेशन कंपनी में 8-16 साल के बच्चों के बीच थिएटर को बढ़ावा दिया जाता है। यह कंपनी विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों के लिए स्कूलों में रचनात्मक नाटकों को परफॉर्म करती है।
एशिया के सबसे बड़े थिएटर फेस्टिवल का आयोजन करता है NSD
NSD एशिया के सबसे बड़े थिएटर फेस्टिवल 'भारत रंग महोत्सव' का आयोजन करता है। इसकी शुरुआत 1999 में हुई थी और इसे हर एक साल आयोजित किया जाता है। इस फेस्टिवल की शुरुआत भारतीय थिएटर कलाकारों के कार्यों को प्रदर्शित करने के लिए की गई थी। यह पिछले कुछ वर्षों में अंतरराष्ट्रीय कलाकारों को भी आकर्षित करने में कामयाब हुआ है। इस साल 22वां 'भारत रंग महोत्सव' का आयोजन हुआ, जिसमें नाटकों के जरिए स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया गया।
देशभर में कार्यशालाओं का आयोजन
NSD देश सहित दुनियाभर में वर्कशॉप का आयोजन करता है। इसके जरिए 1978 से शहरी, ग्रामीण और भारत के दूरदराज के हिस्सों में वयस्कों और बच्चों के लिए कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। इसने नेपाल और भूटान में भी कार्यशालाओं की सुविधा प्रदान की है। इसका मकसद युवा कलाकारों को थिएटर के प्रति उत्साहित करना है। इसके तहत देशभर में प्रत्येक साल 50 से अधिक कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है।
अभिनेता परेश रावल हैं NSD के वर्तमान अध्यक्ष
दिग्गज अभिनेता परेश रावल वर्तमान में NSD के अध्यक्ष हैं। सितंबर, 2020 में उन्हें तत्कालीन राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा नियुक्त किया गया था। परेश के अलावा कई बॉलीवुड कलाकार इस पद की शोभा बढ़ा चुके हैं। अभिनेता अनुपम खेर 2001 से 2004 तक अध्यक्ष पद पर काबिज थे। नाटककार रतन थियम (2013-2017), निर्देशक और डिजाइनर अमल अल्लाना (2005-2013) और लेखक एलएम सिंघवी (1978-82) भी अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
इन बॉलीवुड हस्तियों ने की NSD से पढ़ाई
NSD ने बॉलीवुड को कई उम्दा कलाकार दिए हैं। नसीरुद्दीन शाह, अनुपम खेर, इरफान खान, कुमुद मिश्रा, सीमा बिस्वास, पीयूष मिश्रा, रत्ना पाठक शाह, रघुबीर यादव, अतुल कुलकर्णी, स्वानंद किरकिरे, तिग्मांशु धूलिया, पंकज कपूर, राजपाल यादव, राजेश शर्मा जैसे कलाकार इस संस्थान की उपज हैं। नीना गुप्ता, मनोज बाजपेयी और पंकज त्रिपाठी जैसे कलाकारों को NSD ने ही तराशा। राज बब्बर, ओम पुरी, आशुतोष राणा और आलोक नाथ जैसे अभिनेताओं ने इस संस्थान से तालिम ली है।
न्यूजबाइट्स प्लस
NSD में नाटक देखने के लिए देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू आते रहते थे। उनके अलावा देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और लाल कृष्ण आडवाणी सरीखे नेता NSD में आकर नाटक देखना पसंद करते थे।