अक्षय कुमार और पंकज त्रिपाठी की फिल्म 'ओह माय गॉड 2' को निर्देशित करेंगे अमित राय
फिल्म 'ओह माय गॉड' के सीक्वल को लेकर बातचीत होती रही है। 'ओह माय गॉड' 2012 में आई एक जबरदस्त कॉमेडी फिल्म थी। इस फिल्म में अक्षय कुमार के साथ परेश रावल को दमदार भूमिका में देखा गया था। हाल में खबर आई थी कि 'ओह माय गॉड 2' में अक्षय के साथ अभिनेता पंकज त्रिपाठी नजर आएंगे। अब जानकारी सामने आ रही है कि इस फिल्म के निर्देशन की जिम्मेदारी अमित राय के कंधे पर होगी।
'रोड टू संगम' का निर्देशन कर चुके हैं अमित
पिंकविला की रिपोर्ट के मुताबिक, जाने माने फिल्म निर्देशक अमित को 'ओह माय गॉड 2' के निर्देशन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अमित इससे पहले थ्रिलर ड्रामा 'रोड टू संगम' का निर्देशन कर चुके हैं। यह फिल्म 2010 में रिलीज हुई थी, जिसमें परेश, ओम पूरी और पवन मल्होत्रा मुख्य भूमिका में नजर आए थे। उन्होंने 2009 की मराठी फिल्म 'तिंग्या' का भी निर्देशन किया है, जिसे दक्षिण अफ्रीका के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में पुरस्कृत किया गया था।
सितंबर से 'ओह माय गॉड 2' की होगी शूटिंग
सूत्र ने बताया कि कई नामों पर विचार करने के बाद अमित के नाम पर अंतिम मुहर लगाई गई है। उन्हें अपने आइडिया को पटकथा में बदलने में कुछ समय लगा। कई नैरेशन और चर्चाओं के बाद फिल्म को अक्षय ने हरी झंडी दिखाई है। वह आगामी सितंबर से 'ओह माय गॉड 2' की शूटिंग शुरू करने के लिए उत्साहित हैं। फिल्म को अक्षय और अश्विन वर्दे प्रोड्यूस कर रहे हैं। फिल्म के प्री प्रोडक्शन पर काम चल रहा है।
पंकज के साथ अक्षय की यह दूसरी फिल्म होगी
बीते जनवरी में खबर आई थी कि फिल्म का सीक्वल का काम प्रगति पर है। 'ओह माय गॉड' को उमेश शुक्ला ने निर्देशित किया था और वह इस सीक्वल से नहीं जुड़ेंगे। 'ओह माय गॉड 2' में पंकज ने परेश को रिप्लेस किया है। पंकज के साथ यह अक्षय की दूसरी फिल्म होगी। इससे पहले दोनों फिल्म 'बच्चन पांडे' में साथ काम कर चुके हैं। 'ओह माय गॉड 2' शुरू करने से पहले अक्षय फिल्म 'रक्षाबंधन' की शूटिंग पूरी करेंगे।
ऐसी है 'ओह माय गॉड' की कहानी
2012 में रिलीज हुई 'ओह माय गॉड' एक गुजराती नाटक पर आधारित है, जिसका नाम है 'कांजी वर्सेस कांजी'। फिल्म अंग्रेजी फिल्म 'द मैन हू स्यूड गॉड' से भी प्रेरित थी। यह एक गुजराती व्यवसायी की कहानी है, जो नास्तिक होता है। कहानी में ट्विस्ट तब आता है, जब वह भगवान के अस्तित्व को साबित करने के लिए अदालत में जाता है। फिल्म ने इस बात पर प्रकाश डाला कि धर्म, जाति और अन्य भेदभाव इंसान ने ही बनाए हैं।